Jamtara: जामताड़ा में जीवित महिला को मृत दिखाकर मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का मामला उजागर हुआ है. मामला करमाटांड़ प्रखंड के अलगचुंआ गांव का है. महिला चंद्रमा देवी शुक्रवार को व्यवहार न्यायालय में जीवित होने का प्रमाणपत्र अपने वकील के पास मांगने आई थी. गौरतलब है कि करमाटांड़ प्रखंड के पंचायत सचिव द्वारा चंद्रमा देवी को मृत दिखाकर उसका प्रमाण पत्र बना दिया गया था.
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पति की जगह पत्नी का बना दिया मृत्यु प्रमाणपत्र
पीड़ित महिला ने बताया कि मेरे पति लकी नारायण की मृत्यु 27 मार्च 2019 को बीमारी से हुई थी. मैंने पति की मौत के बाद मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए लिखित आवेदन पंचायत में दिया था. दिए आवेदन के आधार पर पंचायत सचिव द्वारा मुझे ही मृत बताकर मेरा मृत्यु प्रमाणपत्र मुझे दे दिया गया. जब मैंने सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन दिया तो इसकी जानकारी हुई. पता चला कि विभाग द्वारा मुझे मृत बताया गया है और मरे हुए व्यक्ति को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलता है. तब से आज तक अपने जिंदा रहने का प्रमाण मांगते-मांगते थक गई हूं. आखिर में आज न्यायालय में अपने अधिवक्ता के पास आकर जिंदा रहने का प्रमाणपत्र देने को कहा ताकि मैं पति की मृत्यु के बाद सरकारी योजना का लाभ प्राप्त कर सकूं.
महिला जिंदा है
इस मामले पर अधिवक्ता नंदन सिन्हा ने कहा कि महिला जिंदा है. विभागीय लापरवाही के कारण बिना जांच के चंद्रमा देवी को मृत्यु बताकर मृत्यु प्रमाणपत्र बना दिया गया है. यह सरासर गलत है. जबकि महिला के पति का देहांत हुआ है. पीड़ित महिला की ओर से न्यायालय में मुकदमा दायर कर इसके जिंदा रहने का प्रमाणपत्र दिलाने का कार्य किया जाएगा.
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