West Champaran: बिहार में आयी बाढ़ से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. इससे रोजमर्रा की जिंदगी काफी प्रभावित हुई है. इससे शादी में भी समस्या हो रही है. बारातियों के लिए ग्रामीण इलाकों मे जाना मुश्किल हो गया है. ऐसी ही एक समस्या पश्चिम चंपारण जिले के बगहा में हुई.
इसे भी पढ़ें- राहुल गांधी ने टीकाकरण पर तंज कसा, जुलाई आ गया है, वैक्सीन नहीं आयी, डॉ हर्षवर्धन बोले, अज्ञानता के वायरस का कोई टीका नहीं
गांव का संपर्क मुख्य मार्ग से टूट गया
बताया जाता है कि बगहा के चूड़ीहरवा गांव से बारात निकलने की तैयारी में था. तभी बाढ़ आ गयी. इससे गांव का संपर्क मुख्य मार्ग से टूट गया. गांव से बाहर जाने का रास्ता पानी में डूब गया. समय निकलता जा रहा था. ऐसे में दूल्हा बबलू और उसके पिता पारस लाल ने चचरी पुल (बांस का पुल) बनाने का फैसला किया. इसके लिए ग्रामीणों की मदद ली गयी. कुछ ही देर में चचरी पुल तैयार हो गया.
इसे भी पढ़ें- The New York Times ने पत्रकारों की भर्ती विज्ञापन में लिखा, बोलने की आजादी पर गंभीर सवाल खड़े कर रही मोदी सरकार
बताया जाता है कि पुल तैयार होने के बाद दूल्हे को बाइक पर बिठाया गया. पूरे विधि-विधान के साथ बाइक से दूल्हे को मुख्य रास्ते पर पहुंचाया गया और वहां से बारातियों के साथ दूल्हा शादी करने चला गया. चचरी पुल बनाकर शादी के लिए बारातियों के जाने की खबर चर्चा का विषय बन गयी. इसका एक फायदा यह हुआ कि ग्रामीणों को भी जाने का रास्ता मिल गया नहीं तो उन्हें पानी घटने का इंतजार करना पड़ता.
इसे भी पढ़ें- रांची आर्चडायसिस ने 200 से अधिक बिरहोर परिवारों के बीच बांटा 15 दिन का राशन