Jamshedpur : टेल्को के मदर टेरेसा वेयरफेल ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह थापर की शनिवार की सुबह घाघीडीह सेंट्रल जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद हुई मौत के बाद रविवार को सुवर्णरेखा घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया. हरपाल सिंह पर अपने ट्रस्ट के बच्चों के यौन शोषण और उत्पीड़न का आरोप था. इसमें सहयोग के आरोप में उनकी पत्नी पुष्पा रानी तिर्की भी घाघीडीह जेल में बंद हैं. अपने पति के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रविवार को वह छह घंटे के पेरोल पर पुलिस कस्टडी में बाहर आईं. पुष्पा ने पति की जेल में मौत की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है.
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पत्नी बोलती रही, आप तो कहते थे सब ठीक कर देंगे
रविवार की सुबह खड़ंगाझाड़ स्थित शमशेर टावर आवास पर हरपाल सिंह का शव लाया गया. शव से लिपट कर रोटी-बिलखती पत्नी पुष्पा अपने पति को उठने के लिए कह रही थी. वह कह रही थी कि आपने वादा किया था कि सब कुछ ठीक कर दूंगा. अब क्या होगा मेरा. किसके सहारे रहूंगी. हे प्रभु इतने नेक काम करने के बावजूद मेरी जिंदगी उजड़ गई. छह साल की बेटी खुशी को परिवार के लोग पिता का आशीर्वाद दिलाते रहे. वह नम आंखों से पिता को निहारती रही. छह साल की खुशी शायद यह नहीं जानती थी कि उसके पिता हमेशा के लिए छोड़ गए हैं. यहां अरदास के बाद टेल्को गुरुद्वारा में शव को माथा टेकाते हुए सुवर्णरेखा बर्निंग घाट में थापर का अंतिम संस्कार कर दिया गया. छोटे चचेरे भाई सतविंदर सिंह उर्फ सुकेत ने सारी विधि सम्पन्न कराई.
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मेरे पति हट्टे कट्टे थे, कभी बीपी की गोली नहीं ली, फिर इतना बड़ा घाव कैसे हो गया
हरपाल सिंह की पत्नी पुष्पा रानी तिर्की ने कहा कि सात जून को तब यह मामला शुरू हुआ जब ट्रस्ट की दो युवतियां खाना में गड़बड़ी का मामला उठाई. फिर मामला दूसरी ओर घूम गया. झूठा केस करके जेल भेज दिया गया. गत सोमवार को कोर्ट में वीसी से पेशी के वक्त मेरी उनसे मुलाकात हुई. वे पहले की तरह स्वस्थ थे. फिर अगले दिन वार्ड के पास चक्कर मारते हुए आए और हमें हिम्मत देकर हालचाल जाना. शुक्रवार को फिर पेशी होनी थी. वे नहीं आये. बताया गया कि उनके दोनों पांव में सूजन है. मैंने उनसे मिलने की कोशिश की. बाहर झांकती रही. शनिवार सुबह 7ः़30 बजे उनके निधन की सूचना मिली। पुष्पा रानी ने पत्रकारों को बताया कि उनके शरीर में कोई खरोच नहीं था. इतना बड़ा छेद पैर में कैसे पड़ गया. जेल के डॉक्टरों ने इलाज में लापरवाही की है. इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए.
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जेल का हवलदार बेहोश होकर गिरा
इधर, जेल से पुष्पा रानी की सुरक्षा में आया हवलदार सुधांशु कुमार महतो हरपाल का शव निकलते ही बेसुध होकर गिर पड़ा, अन्य साथी जवान व लोगों ने उसे उठाया. चीनी पानी का घोल देते हुए हवा करने लगे. साथी जवान ने बताया कि पहले से तबीयत खराब थी. ड्यूटी मिलने पर उसने किसी को कुछ कह नहीं पाया और निकल गया. गर्मी के कारण भी वह मूर्छित हो सकता है.
Harpal bohot acha admi tha. Hamesha ladkiyon ka khayal rakhta tha. Trust ki warden Geeta aur uski beti ko bhi apne ghar mei rakhta tha. Pushpa bhi warden ke bete Rahul Aditya ka khayal rakhti hai.
Log kyu ramrahimhoneypreet bolte.