Saurav Singh
Ranchi : झारखंड पुलिस मुख्यालय के डाटा पर गौर करें तो राज्य में इस वर्ष जनवरी से नवंबर तक दुष्कर्म की 1555 घटनाएं हुईं. इनमें 1041 यानी 88% दुष्कर्म की घटना के पीछे पीड़िता की पहचान के लोग ही शामिल थे. यानि जिंदगी को कलंकित करने वाले अपने ही निकले. हालांकि पिछले साल के आकड़े देखें तो इस वर्ष 2020 में दुष्कर्म की घटनाओं में कमी आई है. वर्ष 2019 में जनवरी से नवंबर तक दुष्कर्म की 1693 घटनाएं हुई थीं.
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दुष्कर्म की घटनाएं रोकने के लिए झारखंड पुलिस बनाएगी नई रणनीति
झारखंड में दुष्कर्म की घटनाओं को रोकने के लिए डीजीपी एमवी राव के निर्देश पर पुलिस ने पीड़िताओं और आरोपियों के सामाजिक-आर्थिक और शैक्षणिक पहलुओं का डाटाबेस तैयार किया है. घटनाओं का विवरण मिलने के बाद डीजीपी इस संबंध में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे. सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के अध्ययन के बाद दुष्कर्म की घटनाओं को रोकने के लिए नई रणनीति बनाने का काम होगा.
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घटना में शामिल 1000 आरोपी गिरफ्तार, 988 मामले निष्पादित
झारखंड में जनवरी से लेकर नवंबर तक दुष्कर्म के 1555 मामले दर्ज हुए. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घटना में शामिल 1000 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस दौरान 988 केस निष्पादित किए गए हैं. 896 मामले में चार्जशीट दायर है. 82 मामले में पुलिस ने अंतिम रिपोर्ट कोर्ट में सौंप दी है.
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648 पीड़िता की उम्र 18 वर्ष से अधिक
राज्य में इस वर्ष जितनी दुष्कर्म की घटनाएं हुई हैं, उनमें से 648 पीड़िता की उम्र 18 वर्ष से अधिक जबकि 432 की उम्र 18 वर्ष से कम है. दुष्कर्म पीड़िता में 267 एससी व 412 एसटी कैटेगरी की हैं. वहीं 584 अन्य कैटेगरी की हैं.
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गरीब परिवार से संबंध रखने वाली 565 पीड़िता के साथ हुआ दुष्कर्म
झारखंड में इस वर्ष दुष्कर्म की जितनी घटनाएं हुईं उनमें 565 पीड़िता गरीब परिवार से संबंध रखने वाली हैं. इसके अलावा मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखने वाली 545 और अमीर परिवार से संबंध रखने वाली सिर्फ एक पीड़िता के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुई है. वहीं दुष्कर्म पीड़िता की शैक्षणिक पृष्ठभूमि की बात करें तो मैट्रिक से नीचे की पढ़ाई करने वाली 494, मैट्रिक पास 283 और अशिक्षित 247 और स्नातक पास की हुईं 39 पीड़िताओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुई हैं. दुष्कर्म करने वाले आरोपियों में 716 आरोपी मध्यमवर्गीय परिवार से, 325 गरीब परिवार से और 28 अमीर परिवार से संबंध रखते हैं.
सबसे अधिक घटनाएं दिन के 2 बजे से रात के 10 बजे तक हुईं
इस वर्ष दुष्कर्म की जितनी घटनाएं हुईं उनमें 102 के आरोपी पीड़िता के परिवार के सदस्य थे. 45 घटनाओं में शामिल आरोपी अनजान थे. सबसे अधिक दुष्कर्म की घटनाएं दिन के 2 बजे से रात के 10 बजे तक हुई हैं. इस दौरान 197 दुष्कर्म की घटनाएं हुई है. सुबह के 6 बजे से दिन के 2 बजे तक 170 और रात के 10 बजे से सुबह के 6 बजे तक 46 दुष्कर्म की घटनाएं हुई हैं. 1555 घटनाओं में से 565 पीड़िता के घर पर हुईं. 137 घटना आरोपी के घर पर हुई. 95 घटनाएं मवेशी चराने, लकड़ी चुनने, खेती करने या सब्जी बेचने जाने के दौरान हुईं. 14 घटनाएं जहां महिला काम करती थी, वहां पर हुई हैं.