Ranchi : पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में मैन पावर की कमी है. विभाग में स्वीकृत पद 4549 है. जिसमें से करीब 1600 पद रिक्त है. जिसमें सबसे महत्वपूर्ण 37 असिस्टेंट इंजीनियर के पद रिक्त है. जिसकी वजह से करीब 1000 करोड़ की ऑनगोइंग जलापूर्ति योजना समय पर पूरी नही हो पाएंगी.
पेयजल विभाग में ज्यादातर पर प्रभार में चल रहे है. तकरीबन जिलों में यही स्थिति है. पेयजल विभाग में मैन पावर कम, काम ज्यादा है. ऐसे में 29 दिसंबर को 126 करोड़ के 12 ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं का शिलान्यास मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया. वही 396 करोड़ 40 लाख की 38 पेयजल जलापूर्ति योजनाओं का लोकार्पण किया.
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गर्मी के पहले योजनाओं चालू करने का लक्ष्य
पेयजल विभाग के जिम्मेवारों ने लोकार्पित 38 योजनाओं को अगले तीन माह में पूरा करने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है. जिससे 2021 में गर्मी के पहले योजनाओं को पूरा कर, लोगों को पानी उपलब्ध कराया जा सके. इंजीनियरों की कमी रहते हुए जलापूर्ति योजनाओं को समय पर पूरा करना बड़ी चुनौती है.
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मेदिनीनगर और गोड्डा में ज्यादा योजना, मैन पावर की भी भारी कभी
पेयजल विभाग पलामू और संथाल क्षेत्र में जल संकट दूर करने के लिए ज्यादा जलापूर्ति योजनाओं को पूर्ण करने का पहले से लक्ष्य है. वही नई योजनाओं में ज्यादातर उन्ही क्षेत्र की योजनाओं को लिया गया है. जबकि दोनों जगह इंजीनियर की भारी कमी है.
गोड्डा में मैन पावर की कमी : गोड्डा में पेयजल स्वच्छता प्रमंडल में मेन पावर की भारी कमी है. इसके कारण योजना प्रभावित हो रही है. साथ ही समय पर काम नहीं हो पा रहा है. जानकारी के अनुसार सहायक अभियंता के चार पद है, जबकि एक मात्र सहायक अभियंता पदस्थापित हैं. जिनपर पूरे जिला का भार है. वहीं कनीय अभियंता के दस स्वीकृत पद में महज तीन जेई ही कार्यरत है. इसके अलावा तकनीशियन की भी भारी कमी है.
पलामू मे ज्यादातर पद प्रभार में : पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल मेदिनीनगर(पलामू) में कार्यपालक अभियंता का 01, सहायक अभियंता का 04 और कनीय अभियंता का 11 पद स्वीकृत है. इसके विरुद्ध महज 05 अभियंता ही कार्यरत है. सहायक अभियंता के चार पद के विरुद्ध महज एक पदस्थापित है.
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पेयजल विभाग की महत्वपूर्ण योजनाएं, जिनका लोकार्पण और शिलान्यास हुआ
लेस्लीगंज ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 24.97 करोड़
किशनपुर ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 30.11 करोड़
प्रतापपुर ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 7.96 करोड़
डंडा ग्रामीण जलापूर्ति योजना: 17.43 करोड़
बोल व ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 12.86 करोड़
मयूरहंड ग्रामीण पाइप जलापूर्ति योजना : 21.94 करोड़
मार्गो मुंडा ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 9.81 करोड़
माथा टेक ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 9.31 करोड़
किलोकरी ग्रामीण पाइप जलापूर्ति योजना : 16.52 करोड
थाम ग्रामीण पाइप जलापूर्ति योजना : 8.43 करोड़
नाला एवं आसन्न जलापूर्ति योजना : 7:9 करोड़
जशपुर ग्राम पाइप जलापूर्ति योजना : 12:82 करोड़
मोहानी ग्रामीण जलार्पूर्ति योजना : 17:02 करोड़
छोटानागरा जलापूर्ति योजना : 8:30 करोड
सेरेंगबिल ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 6:29 करोड़
मंझगांव ग्रामीण जलापूर्ति योजना :15:34 करोड़
जलधर ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 5:42 करोड़
तुईबीर ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 8:98 करोड़
कुर्सी ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 9:85 करोड़
अंगवाली ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 5:68 करोड़
चांपी ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 6:78 करोड़
झिरकी ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 6:38 करोड़
कथार ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 5:64 करोड़
दहियारी ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 5:95 करोड़
चंदौरी ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 5:96 करोड़
ताराटांड ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 8:41 करोड़
लुप्पी ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 6:37 करोड़
कुरहोविंदो ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 10:52 करोड़
कपिलो ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 14:61 करोड़
लेदा ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 12:41 करोड़
कुज्जू ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 23:39 करोड़
लइयो ग्रामीण जलापूर्ति योजना : 5:63 करोड़
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