Chakulia : झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव द्वारा सरकारी शिक्षकों और विद्यालयों पर की गई टिप्पणी के का मंगलवार को सरकारी विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने विरोध किया. चाकुलिया प्रखंड के सभी सरकारी विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले काला बिल्ला लगाकर शैक्षणिक और गैर- शैक्षणिक कार्य किया. शिक्षकों ने कहा कि सरकारी और प्राइवेट विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे बिलकुल अलग-अलग समूह से हैं. एक साधन विहीन, कम पढ़े-लिखे अभिभावकों और ज्यादातर ग्रामीण परिवेश के बच्चे हैं तो दूसरी तरफ अपेक्षाकृत साधन संपन्न, शिक्षित और जागरूक अभिभावक के बच्चों का समूह है. इनकी तुलना करना गलत है. शिक्षा के साथ-साथ सरकारी विद्यालय कल्याणकारी राज्य के उद्देश्यों की प्राप्ति का प्रतिनिधि है.
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सरकारी शिक्षकों पर राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं को लागू करने का भार भी होता है. ऐसे में सरकारी शिक्षकों के कार्यों की सराहना नहीं करके उनके कर्तव्यों पर लांछन लगाना कहां तक उचित है. मंत्री की टिप्पणी का विरोध संघ के पूर्व जिला महासचिव शिव शंकर पोलाई, प्रखंड अध्यक्ष मणिंद्र नाथ टुडू, प्रखंड सचिव सुनील कुमार सिंह, धीरेन्द्र नाथ बास्के, माधव चंद्र मुर्मू, रंटु कुमार दास, कृष्ण पद महतो, बिनय दास, मृणाल कर, युधिष्ठिर प्रसाद, नीलकमल महतो, नारायण चंद्र महतो, सुनील कुमार बेरा, भावतोष महतो, तपन महतो, प्राण किशोर महतो, देवव्रत माइती, विजय कुमार मानकी, नुनु लाल बास्के, बिमल कुमार महतो, संजीब नामता, अनीता महतो,अशोक,कुमार महतो, तारक नाथ राज, विद्युत कुमार मल्लिक, देबाशीष सोरेन, नारायण बाउरी, अर्पण सेन, आद्यनाथ उरिन्दा, अरविन्द गिरी, हराधन बेरा, तापस महतो, मनोज प्रामाणिक सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं ने किया.