Ranchi: हाईकोर्ट का आदेश है हर तीन महीने में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक होनी है. मंगलवार को क्लेक्रे सट भवन में डीसी चैम्बर में यह बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता सांसद संजय सेठ ने की. डीसी चैम्बर में हुई बैठक में खुद डीसी ही उपस्थित नहीं रहे. डीसी से इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मुझे इस बैठक में उपस्थित नहीं रहना है. हालांकि कमरा संख्या 207 में डीसी छवि रंजन की अध्यक्षता में दूसरी बैठक हो रही थी. इसके साथ ही इस बैठक में एनएच अधिकारी, मेयर, नगर आयुक्त, प्रदूषण विभाग सहित कई दूसरे विभागों के अधिकारी उपस्थित नहीं थे. इसपर सासंद ने नाराजगी जताई.
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एनएच अधिकारी अनुपस्थित, निगम अधिकारी डेढ़ घंटे बाद हाथ हिलाते हुए आए – सांसद
सासंद संजय सेठ ने बैठक को लेकर एनएच अधिकारी का उदाहरण दिया और कहा कि वे इसमें मौजूद नहीं थां. साथ ही कहा कि पिछली बैठक में भी एनएच अधिकारी नदारद थे. सासंद ने एनएच अधिकारी से बैठक में ना आने को लेकर जवाब मांगा है. ऐसा नहीं करने पर वे इसकी लिखित शिकायत एनएचएआई (नेशनल हाईवे आथॉरिटी ऑफ इंडिया) भारत सरकार को करेंगे.
संजय सेठ ने कहा कि आज की बैठक में नगर निगम के कोई उच्च अधिकारी मौजूद नहीं थे. जो अधिकारी बैठक में शामिल हुए भी तो डेढ़ घंटे लेट से खाली हाथ हिलाते हुए पहुंचे. ऐसे में शहर कैसे बचेगा? उन्होंने कहा कि यह कोई मजाक नहीं है. ये बैठक हाईकोर्ट के आदेश पर होती है और हर 3 महीने पर इस बैठक को करना ही है. इसकी अध्यक्षता सांसद करते हैं.
संजय़ सेठ ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगली बैठक से जो भी अधिकारी उपस्थित नहीं रहेंगे. उनकी उचित जगह पर शिकायत की जाएगी. क्योंकि य़ह जनहित से जुड़ा मामला है.
क्या है सड़क सुरक्षा समिति की बैठक
सड़क सुरक्षा बैठक में आम लोगों की समस्याओं को सामने रखा जाता है. सड़क की व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ दुर्घटना कम करने के उद्देश्य समिति काम करती है. जनप्रतिनिधियों द्वारा आम लोगों की सड़क से संबंधी परेशानियां सामने रख उससे निपटने के लिए प्रस्ताव और सुझाव दिए जाते हैं. इसमें पुलिस, ट्रफिक, एक्साइज, एनएचएआई और प्रशासन सहित अन्य कई विभाग के अधिकारी शामिल होते हैं.
इन मुद्दों पर हुई चर्चा में दिए गए सुझाव
इस दौरान कई मुद्दों जैसे रोड एक्सीडेंट, स्पीड ब्रेकर, रोड पर गढ्ढों, सड़कों पर बने काले, सफेद और पीले लाइन, प्रदूषण, एम्बुलेंस, रैश ड्राइविंग, आदि पर विचार-विमर्श और सुझाव दिए गए. साथ ही कई प्रस्ताव भी दिए गए जिनमें
– शहर के सभी चौक चौराहों को लेफ्ट फ्री जोन बनाने पर चर्चा हुई. इस जोन में केवल लेफ्ट टर्न वाले ही खड़े हो सकते हैं. अगर कोई वाहन उस जोन में खड़ा है तो उन्हें सीधा नहीं जाने दिया जाएगा.
– रातू रोड की जाम की समस्या को देखते हुए सांसद ने देवी मंडप रोड से कांके डैम होते हुए कांके रोड वैकल्पिक रास्ता तैयार करने का पर चर्चा की. इसके लिए डैम के ऊपर अस्थाई ब्रिज बनाने का सुझाव दिया.
– सर्ड मैदान के पास श्रमिकों के खड़ा होने के लिए अस्थाई सैड के निर्माण का भी सुझाव दिया.
– कई जगहों पर टर्न और यू-टर्न की व्यवस्था करने पर भी चर्चा की गई.
– रांची यूनिवर्सिटी कि कैंपस को करीब 10 मीटर तक पीछे करने का प्रस्ताव दिया गया है. अगर कैंपस शिफ्ट हो जाए तो शहीद चौक से लेकर एमजी रोड की ट्रैफिक की समस्या का समाधान होने की बात कही गई.
इसके साथ ही बैठक में संजय सेठ ने अरगोड़ा चौक के पास जलजमाव और कांटाटोली फ्लाईओवर निर्माण पर भी चर्चा की. इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए कार्य करने के लिए निर्देश दिया.
दो दिनों के अंदर प्रस्तावों और सुझावों पर जमा करना होगा रिपोर्ट
बैठक में हुई चर्चा और प्रस्तावों पर सांसद ने 2 दिनों के अंदर अनुपालन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि यह काम हमारे शहर के लोगों और उनकी सुरक्षा के लिए किया जा रहा है. अवसर पर उन्होंने कहा कि हमें केवल ऐसे बैठकों का आयोजन ही नहीं बल्कि प्रस्तावों पर काम करने की भी जरुरत है.
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