Lucknow : लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर विपक्षी दलों सहित खास कर कांग्रेस योगी और मोदी सरकार पर आक्रामक रूप से हमलावर है, मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है, इस क्रम में कांग्रेस नवजोत सिंह सिद्धू लखीमपुर खीरी में भूख हड़ताल पर बैठ गये हैं. वे मौन भी रहेंगे. इससे पहले वे पीड़ित परिवारों से मिले, सिद्धू मृतक किसान लवप्रीत के घर जाने के अलावा पत्रकार रमन कश्यप के भी घर गये.
Justice Delayed – Justice Denied … With family of brave heart Lovepreet Singh (20), victim of brutal murders by Union Minister’s son pic.twitter.com/Oa3KQ5Gl0m
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 8, 2021
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अनशन पर बैठने से पूर्व सिद्धू ने कहा, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे की गिरफ्तारी तक वे नहीं हटेंगे. सिद्धू ने मौनव्रत से पहले कहा कि जब तक अजय मिश्रा के बेटे आशीष पर कार्रवाई नहीं होती, वे जांच में शामिल नहीं होते, तब तक वे यहां भूख हड़ताल पर रहेंगे,उन्होंने कहा, इस बयान के बाद मैं मौन हूं और किसी से कोई बात नहीं करूंगा. साथ ही सिद्धू ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से घर वापस जाने की अपील की. बता दें कि उन्होंने कार्यकर्ताओं से लिखित में यह बात कही.
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सिद्धू ने ट्वीट किया. न्याय में देरी, अन्याय के बराबर है
जान लें कि नवजोत सिंह सिद्धू के साथ पंजाब सरकार के मंत्री विजयेंद्र सिंगला, पंजाब कांग्रेस के SC विंग के प्रधान विधायक राजकुमार चब्बेवाल के अलावा वर्किंग प्रेसिडेंट कुलजीत नागरा और विधायक मदन जलालपुर भी लखीमपुर गये हैं. यहां सिद्धू ने भाजपा सरकार पर जमकर हल्ला बोला. कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना इंसाफ और लोकतंत्र का कत्ल करने का प्रयास है. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को इंसाफ चाहिए, उसे पैसे नहीं चाहिए. उन्होंने पूछा कि आखिर मंत्री के बेटे को अरेस्ट क्यों नहीं किया जा रहा है? उन्होंने कहा कि अगर रखवाले ही जुल्म करने लगे तो फिर गरीब आदमी किसके दरवाजे पर जायेगा. साथ ही उन्होंने ट्वीट किया. न्याय में देरी, अन्याय के बराबर है.
गुरुवार को हिरासत में लिये गये थे सिद्धू
नवजोत सिंह सिद्धू सहित पंजाब कांग्रेस के कई नेताओं को गुरुवार को लखीमपुर खीरी जाने के क्रम में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के एक पुलिस स्टेशन में हिरासत में ले लिया गया था. सिद्धू के नेतृत्व में गये प्रदर्शनकारियों को हरियाणा, यूपी की सीमा पर रोका गया. वहां यूपी पुलिस ने बेरिकेडिंग की थी. बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी कुछ देर के लिए सिद्धू के साथ थे.