Lagatar Desk : अरूसा आलम अभी खबरों में बनी हुई हैं. पाकिस्तान की इस महिला को लेकर आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो चुका है. पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं और फिर मचने लगा सियासी बवाल. पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने ही पहले सोशल मीडिया पर अरूसा आलम के साथ कैप्टन अमरिंदर सिंह की फोटो जारी होने पर उनपर आईएसआई के कनेक्शन की जांच कराने की पुरजोर मांग की. चन्नी सरकार जांच की बात भी करने लगी. मामला जैसे ही तूल पकड़ा, कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार द्वारा अरूसा आलम की फोटो सोनिया गांधी के साथ ट्विटर पर शेयर किया गया. इसके वायरल होते ही चन्नी सरकार भी बैकफुट पर आ गयी है.
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जांच कराने की मांग
कैप्टन के मीडिया सलाहकार ने कहा कि यह दो देशों का मामला है और इसकी जांच रॉ कर सकती है. यहां दिलचस्प यह है कि इस मामले को उप मुख्यमंत्री रंधावा ने ही शुरू कर तूल दिया था और अब राज्य के सभी राजनीतिक दलों ने कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि रंधावा ने अब जांच करवाने को लेकर किया अपना ट्वीट भी हटा दिया है.
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देशभक्ति को लेकर उठाए गए सवाल
उधर कैप्टन अमरिंदर और अरूसा आलम को लेकर रंधावा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि जब कैप्टन सीएम थे तो उन्होंने यह मामला क्यों नहीं उठाया. उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल इस मामले को शुरू से उठाता रहा है, लेकिन उस वक्त कांग्रेस के नेता द्वारा उनका उलटा विरोध किया जाता था. सुखबीर ने आरोप लगाते हुए कहा कि चार साल तक रंधावा भी अरूसा आलम के साथ डिनर करते रहे हैं. हालांकि रंधावा ने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया.