NewDelhi : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संविधान दिवस(Constitution Day) के अवसर पर सभी के अधिकारों की वकालत की. उन्होंने ट्वीट किया, न्याय व अधिकार सबके लिए एक समान होने चाहिए, ताकि संविधान सिर्फ कागज न बन जाये. कहा कि यह हम सबकी जिम्मेदारी है. देश के संविधान दिवस पर सभी को शुभकामनाएं.
न्याय व अधिकार सबके लिए एक समान होने चाहिएँ ताकि संविधान सिर्फ़ काग़ज़ ना बन जाए- ये हम सबकी ज़िम्मेदारी है।
देश के संविधान दिवस पर सभी को शुभकामनाएँ।#ConstitutionDay2021 pic.twitter.com/SkIP9f5jvB
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 26, 2021
राजनीतिक दलों की सियासत जारी है
जान लें कि संविधान दिवस के दिन भी राजनीतिक दलों की सियासत जारी है. संसद के सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस पर आज शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम का कांग्रेस सहित 14 विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया. भाजपाआईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस, लेफ्ट, टीएमसी, राष्ट्रीय जनता दल, शिवसेना, एनसीपी, समाजवादी पार्टी, आईयूएमएल और डीएमके सहित 14 दलों ने सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस समारोह का बहिष्कार किया है. नेहरू जयंती कार्यक्रम के दौरान हंगामा करने वाली कांग्रेस अब बहिष्कार का नेतृत्व कर रही है. यह डॉक्टर अंबेडकर का अपमान है.
14 parties including Congress, Left, TMC, RJD, SS, NCP, SP, IUML and the DMK to boycott ‘Constitution Day’ celebrations in Central Hall.
Congress, which created a big hue and cry during Nehru’s birth anniversary program, is leading the boycott.
This is an insult to Dr Ambedkar.
— Amit Malviya (@amitmalviya) November 26, 2021
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लोकतांत्रिक चरित्र खो रहे राजनीतिक दल : पीएम मोदी
संसद के केंद्रीय कक्ष में संविधान दिवस पर आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री ने पारिवारिक पार्टियों को संविधान के प्रति समर्पित राजनीतिक दलों के लिए चिंता का विषय करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘देश में एक संवैधानिक लोकतांत्रिक परंपरा है और इसमें राजनीतिक दलों का अपना एक महत्व है. राजनीतिक दल भी हमारे संविधान की भावनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का एक प्रमुख माध्यम हैं, लेकिन संविधान की भावना को चोट तब पहुंचती है, जब राजनीतिक दल अपना लोकतांत्रिक चरित्र खो देते हैं.
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