Ranchi: जिले में वैक्सीनेशन की रफ्तार बेहद ही सुस्त है. इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि 1420 गांव वाले जिले में सिर्फ 14 गांव ऐसे हैं जहां सभी को वैक्सीन की दोनों डोज लगायी जा चुकी है. जबकि 104 गांव ऐसे हैं जहां सभी ग्रामीणों को पहली डोज लगायी जा चुकी है. बाकी के 1316 गांव अभी तक ऐसे हैं जहां अभी तक 100% आबादी को वैक्सीन की पहली डोज तक नहीं लगायी जा सकी है. आबादी की बात करें तो रांची जिले में 21,30,936 लोग 18 साल से अधिक आयु के हैं. जिन्हें कोरोना की वैक्सीन लगायी जा सकती है. मई के बाद से 18+ के सभी व्यक्तियों को वैक्सीन लगाने की इजाजत दी गई थी. 6 महीने बाद भी अभी तक रांची में सिर्फ 5.46 लाख लोग कोरोना वैक्सीन से दूर हैं. 15, 84, 621 लाख लोगों को पहली डोज लगायी जा सकी है. लेकिन इनके आधे से भी कम महज 799632 लाख लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगायी जा सकी है.
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अब घर-घर दस्तक देगा प्रशासन
इस संबंध में पूछे जाने पर रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने बताया कि अब सेंटर की बजाय मोबाइल वैक्सीनेशन की संख्या में वृद्धि की जा रही है. हेल्थ वर्कर्स की टीम हर टोले में पहुंचेगी और लोगों को टीका लगाएगी. उन्होंने बताया कि पहली प्राथमिक्ता है कि जिनके सेकेंड डोज का टाइम एक्सटेंड कर गया है उन्हें खोज कर टीका लगाया जाए. इसके बाद जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है उन्हें पहली डोज लगायी जाएगी.
रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर बढ़ेगी सख्ती
कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट से निर्देश के बाद अब उपायुक्त भी एक्शन में आ गए हैं. उन्होंने बताया कि रांची की सीमा पर सख्ती बढ़ाई जाएगी. इसके साथ ही रांची रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर जवानों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. उन्होंने बताया कि बाहरी राज्यों से रांची आने वाले सभी व्यक्तियों की अब जांच की जाएगी. बिना जांच के किसी को स्टेशन से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा. इसके लिए स्टेशन और एयरपोर्ट पर जवानों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
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