Ranchi : कद्दावर आदिवासी नेता व राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने शुक्रवार को कहा कि हम आदिवासी हिंदू नहीं हैं. हिंदू धर्म में नहीं हैं. ये सब चीजें खुल कर बोलनी चाहिए और मैं बोलता हूं. उन्होंने आदिवासियों से आग्रह करते हुए कहा कि किसी को दोना देना, कोना नहीं देना. उन्होंने आदिवासियों से अनुरोध करते हुए यह भी कहा कि जमीन की समस्या को लेकर जो भी बात रखनी है वह टीसीए में रखिए. वहां आपको जरूर समाधान मिलेगा. रामेश्वर उरांव शुक्रवार को राजधानी में आयोजित अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की वार्षिक बैठक में बोल रहे थे.
इसे भी पढ़ें – सदर अस्पताल में पाइलोनिडल साइनस का लेजर सर्जरी से हुआ इलाज
सभी 32 जनजातियों को एक मंच पर लाना चाहिए
रामेश्वर उरांव ने बताया कि झारखंड में 32 जनजातियां हैं. हमें 3200 लोगों के बीच जाना चाहिए. सभी 32 जनजातियों को एक मंच पर लाना चाहिए. हम लोग अभी बंटे हुए हैं. हम लोग सभी को एक होकर रहना है और एकता बनानी है. मैं मुख्यमंत्री से भी अनुरोध करूंगा कि 32 जनजातियों को एक बार सम्मेलन में बुलाएं. हम एक जगह आएंगे, तभी एकता बनेगी.
परिषद के लोग निशुल्क रात्रि पाठशाला चलाते हैं : गीताश्री उरांव
वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए गीताश्री उरांव ने कहा कि अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद देश का पहला आदिवासी संगठन है. अभी देश के 31 राज्यों में परिषद काम कर रहा है. हर आयु वर्ग के लोग हमारे साथ जुड़ें और समाज को आगे ले जाएं. हमारे परिषद के लोग रात्रि पाठशाला चलाते हैं, जिसमें गांव के दूरदराज इलाकों में जाकर बच्चों को रात में पढ़ाते हैं और उनसे पैसा भी नहीं लिया जाता. कहा कि युवा समाज के उत्थान में योगदान दें तो समाज आगे बढ़ेगा और यही समय की मांग भी है.
इसे भी पढ़ें – अलर्ट: विदेशों से आने वाले लोगों की होगी कोरोना जांच
आदिवासी धर्म कोड लाना चाहिए : गीताश्री
इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि पूरे 741 समूह आदिवासी जाति के हैं और सभी समूह के लिए एक आदिवासी धर्म कोड लाना चाहिए. हमें अपने अपने क्षेत्र में आदिवासियों के धर्म कोड को लेकर लोगों से चर्चा करनी चाहिए. यह भी कहा कि पूरे देश भर के आदिवासियों को एक मंच पर लाया जाये. मैं केंद्र सरकार से देश के तमाम 14-15 करोड़ आदिवासियों के लिए आदिवासी धर्मकोड की मांग करती हूं. बैठक में सुशील उरांव, शीतल उरांव, अरुण उरांव, संजय कच्छप आदि मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें – जेपीएससी परीक्षा विवाद ने फिर तूल पकड़ा, 7 को राजभवन घेरेंगे छात्र
[wpse_comments_template