रांची: चतरा पुलिस के समक्ष सरेंडर करने वाला टीपीसी का सेकेंड सुप्रीमों 15 लाख ईनामी मुकेश गंझू को एनआईए ने रिमांड पर लिया है.एनआईए ब्रांच रांची ने मुकेश गंझू को पांच दिनों के रिमांड पर लेकर पुछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि एनआईए मुकेश गंझू से टेरर फंडिंग और हथियार बरामदगी समेत कई अन्य मामले में पूछताछ करेगी.
एनआईए को लंबे समय से थी मुकेश गंझू की तलाश
मुकेश गंझू की तलाश कई राज्यों की पुलिस के अलावा एनआईए को भी लंबे समय से थी. एनआईए ने वांटेड उग्रवादियों की सूची में मुकेश को भी शामिल किया था. एनआइए ने मुकेश गंझू के खिलाफ कांड संख्या आरसी 06/2018, 22/2018 और 23/2018 में मामला दर्ज किया था. मुकेश के खिलाफ झारखंड, बिहार, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में दर्जनों मामले दर्ज हैं.
एनआईए ने मुकेश गंझू, ब्रजेश गंझू, समेत कई के खिलाफ चार्जशीट दायर किया था
मुकेश गंझू चतरा जिले में संचालित होने वाली सीसीएल की अशोका, पिपराडीह कोल परियोजना के साथ साथ मगध- आम्रपाली परियोजना से वसूली में वह मास्टरमाइंड था. भीखन गंझू के साथ मिलकर कोल कारोबारियों, लोडरों से वह प्रति टन पैसे की वसूली करता था. टीपीसी उग्रवादियों की कमिटी को हर माह करोड़ों की रकम लेवी के तौर पर मिलती थी. साल 2016 में चतरा के टंडवा में सभी उग्रवादियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. साल 2018 में एनआईए ने कोल परियोजनाओं में टेरर फंडिंग से जुड़ा मामला दर्ज किया. इस मामले के दर्ज होने के बाद एनआईए ने जांच में मुकेश , कोहराम, ब्रजेश गंझू, अनिश्चय गंझू, कमलेश समेत कई के खिलाफ चार्जशीट दायर किया था.
इसे भी पढ़ें-ट्रैक्टर परेड शूटर प्रकरण में नया पेंच, युवक ने बदला बयान, सच-झूठ के चक्कर में फंसी पुलिस
टेरर फंडिंग और हथियार बरामदगी मामले होगी पूछताछ
टीपीसी उग्रवादी मुकेश गंझू को रिमांड पर लेकर एनआईए टेरर फंडिंग और हथियार बरामदगी मामले में पूछताछ करेगी. ग़ौरतलब है कि वर्ष 2017 में सीआरपीएफ 190वीं बटालियन की छापेमारी में बरामद हुए टीपीसी के अत्याधुनिक अमेरिकन रायफल कोल्ट-4 बारे में पूछताछ की जाएगी. रायफल कोल्ट-4 की बरामदगी कुंदा थाना क्षेत्र के दो जगहों से हुई थी.
इसके बाद एनआइए ने इसकी जांच शुरू कर दी थी. कोल्ट-4 की बरामदगी के कुछ ही महीने बाद ही टंडवा स्थित सीसीएल की आम्रपाली एवं मगध कोल परियोजना में टेरर फंडिंग का मामला सामने आया था. वर्तमान में रायफल कोल्ट-4 और टेरर फंडिग से संबंधित कुल चार मामलों की जांच एनआइए कर रही है.
इसे भी पढ़ें-हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की छात्रा ने की थी खुदकुशीः अलग-अलग रस्सी का इस्तेमाल- पुलिस
मुकेश गंझू ने कहा था टीपीसी सुप्रीमो ब्रजेश गंझू से था बीजीआर के जीएम रघुराम रेड्डी का सांठगांठ
चतरा पुलिस के समक्ष सरेंडर करने वाला टीपीसी का सेकेंड सुप्रीमों 15 लाख ईनामी मुकेश गंझू से एनआईए ने पूछताछ की थी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनआईए के डीएसपी रैंक के एक अधिकारी ने मुकेश गंझू से बीते दिन चतरा में घंटो पुछताछ की थी. मुकेश ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया है कि बीजीआर कंपनी के जीएम रघुराम रेड्डी और टीपीसी सुप्रीमो ब्रजेश गंझू के बीच सांठगांठ थी. बृजेश गंझू बीजीआर कंपनी काम करने में मदद करता था. इसके बदले बृजेश गंझू को मोटी रकम भी दी जाती थी. बताया जा रहा है कि बृजेश गंझू के कहने पर मुकेश गंझू बीजीआर कंपनी के लिए काम मैनेज करने का काम करता था. हालांकि पुछताछ के दौरान मुकेश गंझू इससे इनकार कर दिया है. हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है.
इसे भी पढ़ें-पराक्रम दिवस समारोह में पीएम ने कहा, नेताजी ने आजाद भारत के सपने को नयी दिशा दी