Ranchi : सरकार 10 दिनों की सेवा का वेतन देकर पुलिसकर्मी से 130 दिन अतिरिक्त कार्य करा रही है. इससे पुलिसकर्मी कार्य के दबाव से मानसिक तनाव और अवसादग्रस्त रहते हैं. इसको लेकर झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है. लिखे पत्र में कहा गया है कि झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने अपने कनीय पुलिस अधिकारियों की समस्याओं के निदान के लिए विचार विमर्श करने के उद्देश्य से पूरे राज्य में क्षेत्रीय स्तर पर विशेष बैठक की. जिसमें झारखंड पुलिस एसोसिएशन के राज्यभर के सभी जिला और इकाइयों के निर्वाचित प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपनी- अपनी समस्याओं से केंद्रीय टीम को अवगत कराया. इसी दौरान सभी जिले की बैठक में सर्वसम्मति से यह मांग उठी कि पिछली सरकार द्वारा पुलिसकर्मियों को 13 महीने के वेतन देने के बदले 20 दिनों का क्षतिपूर्ति अवकाश समाप्त कर दिया गया. इसे शीघ्र वापस कराया जाये.
130 दिन अतिरिक्त कार्य कराती है सरकार
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है कि झारखंड सरकार ने पुलिसकर्मियों द्वारा राजपत्रित अवकाश में कार्य करने, त्योहार के दिनों में विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए निरंतर सेवा और कार्य दिवसों में भी निर्धारित अवधि से ज्यादा अवधि तक कार्य करने के एवज में एक माह के वेतन के समतुल्य मानदेय देने का संकल्प लिया है. इस संकल्प के कंडिका तीन में उल्लेखित है कि पुलिस पदाधिकारी को पूर्व से देय क्षतिपूर्ति अवकाश को समाप्त कर दिया गया है. सरकार द्वारा राज्य के पुलिसकर्मियों को लगभग चार वर्षों के इंतजार के बाद 13 महीने का वेतन देने से संबंधित घोषणा होने पर एक अलग प्रकार का उत्साह और अपने कर्तव्य के प्रति जोश का संचार हुआ था. जैसे ही अधिसूचना में 20 दिनों का क्षतिपूर्ति अवकाश समाप्त होने से संबंधित आदेश निर्गत हुआ, इससे पुलिसकर्मियों में काफी असंतोष और क्षोभ व्याप्त हो गया. यदि देखा जाए तो पुलिसकर्मी पूरे 1 वर्ष में 48 शनिवार, 48 रविवार और 34 दिनों का राजपत्रित अवकाश मिलाकर लगभग 120 दिनों का अतिरिक्त सेवा देते हैं. शेष कार्य दिवस में 12 से 16 घंटे कठिन परिश्रम करते हैं. यदि 30 दिनों के वेतन के बदले क्षतिपूर्ति अवकाश समाप्त करने पर 10 दिन का ही सेवा के बदले सरकार पैसा देकर 130 दिन का अतिरिक्त कार्य कराती है.
काम के बोझ से अवसादग्रस्त रहते हैं पुलिसकर्मी
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है कि पुलिस विभाग में कार्य के दबाव और कार्य की प्रकृति के कारण पुलिसकर्मी काफी मानसिक तनाव और अवसादग्रस्त रहते हैं. और अवकाश नहीं मिलने के कारण कई बार अवसाद ग्रस्त होकर अप्रिय घटना को भी कारित कर लेते हैं. अब 20 दिनों का क्षतिपूर्ति अवकाश की समाप्ति के बाद उनके मन में काफी आक्रोश, असंतोष और क्षोभ व्याप्त हो गया है.
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