LagatarDesk : पेट्रोल-डीजल के दामों में 76वें दिन से कोई बदलाव नहीं हुआ है. लेकिन आने वाले समय में इसके कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है. इसका कारण कच्चे तेल के दामों में लगी आग है. कच्चे तेल के दाम 7 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गये हैं. ऐसे में पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़त होने की संभावना है.
88.34 डॉलर पहुंची ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 88.34 डॉलर प्रति बैरल यानी करीब 6,490 रुपये हो गयी है. ये क्रूड ऑयल का पिछले 7 साल में सबसे ऊंचा स्तर है. वहीं डब्लूटीआई क्रूड की कीमत 86.38 डॉलर प्रति बैरल हो गयी है.
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लगातार पांचवें सप्ताह भी कच्चे तेल के दाम बढ़े
आपको बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों से लगातार क्रूड ऑयल में तेजी देखने को मिल रही है. साप्ताहिक आधार पर यह लगातार पांचवां सप्ताह है जब कच्चे तेल में तेजी है. अक्टूबर 2014 के बाद से कच्चे तेल का यह सर्वोच्च स्तर है. वैश्विक स्तर पर बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव से कच्चे तेल के दाम बढ़े हैं. साथ ही कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर चिंता कम होने के कारण भी इसके भाव बढ़े हैं.
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19 दिन में 10 फीसदी बढ़े कच्चे तेल के दाम
नये साल की शुरुआत से अबतक की बात करें तो क्रूड ऑयल और डब्लूटीआई क्रूड की कीमत में 10 फीसदी से ज्यादा की तेजी दर्ज की गयी. इस समय कच्चे तेल की मांग ज्यादा है. लेकिन सप्लाई कम है. जिसके कारण भाव में तेजी आ रही है. 1 दिसंबर 2021 को कच्चे तेल की कीमत 69 डॉलर प्रति बैरल थी. केवल छह सप्ताह में यह 88.34 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया. यानी इसकी कीमत में करीब 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
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हूती विद्रोही तेल प्रोडक्शन में बांधा डालने के लिए किया ब्लास्ट
बता दें कि सोमवार को यमन के हूती विरोधियों ने अबूधाबी में तेल टैंक ब्लास्ट किया था. जिसमें 3 नागरिकों की मौत हो गयी. यह अटैक ड्रोन की मदद से किया गया. एक महीने में हूती विद्रोहियों का यह दूसरा हमला था. हूती विद्रोही तेल प्रोडक्शन के काम में बाधा पहुंचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. इस घटना के बाद कच्चे तेल का भाव और तेजी से बढ़ा है.
2022 में भी कच्चे तेल में तेजी बनी रहेगी
कमोडिटी ऐनालिस्ट्स का कहना है कि साल 2022 में भी कच्चे तेल में तेजी बनी रहेगी. स्टैंडर्ड चार्टर्ड का अनुमान है कि 2022 में कच्चे तेल के भाव में 8 डॉलर का उछाल आ सकता है और यह 75 डॉलर के औसत भाव तक पहुंच सकता है. 2023 में यह कीमत 17 डॉलर के उछाल के साथ 77 डॉलर के औसत स्तर पर पहुंच सकता है. वहीं JP Morgan का अनुमान है कि इस साल के अंत तक कच्चे तेल का भाव 90 डॉलर तक पहुंच सकता है.
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