NewDelhi : नये कृषि कानून को लेकर बजट सत्र के तीसरे दिन भी राज्यसभा में किसानों के मुद्दे पर हंगामा जारी रहा. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव राज्यसभा में पेश किया गया. असम से भाजपा सांसद भुवनेश्वर कलिता ने चर्चा की शुरुआत की. लेकिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष सांसदों ने नारेबाजी शुरू की.
Delhi: Proceedings of Rajya Sabha begin. #BudgetSession2021 pic.twitter.com/0fv7jULdPR
— ANI (@ANI) February 3, 2021
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किसानों पर चर्चा के लिए सरकार और विपक्ष के बीच सहमति
हालांकि कुछ देर बाद किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए सरकार और विपक्ष के बीच सहमति बन गयी. साढ़े 14 घंटे तक पर सरकार और विपक्ष में सहमति बनी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ फरवरी को राज्यसभा में राष्ट्रपति के भाषण पर चर्चा का जवाब देंगे.
इससे पहले कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने नये कृषि कानून और किसान आंदोलन को लेकर राज्यसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया. कांग्रेस पार्टी के अलावा बसपा, सीपीआई, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, सीपीआई (एम) ने भी किसानों के मुद्दे पर नोटिस दिया है.
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सभापति ने कहा, यह तानाशाही नहीं चलेगी
आप सांसद संजय सिंह ने वेल में आकर नारेबाजी की. राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि जब मुद्दे पर चर्चा का समय है तो यह नारेबाजी क्यों हो रही है. सभापति ने कहा कि यह तानाशाही नहीं चलेगी. उसके बाद एम वेंकैया नायडू ने सदन की कार्यवाही बाधित करने पर आम आदमी पार्टी के सदस्य संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एन डी गुप्ता को दिन भर के लिए निलंबित किया. आप सांसदों को मार्शल के जरिये सदन से बाहर किया गया.
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पत्रकारों पर राजद्रोह के मामले दर्ज करने का मुद्दा उठा
राज्यसभा में कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों, सोशल एक्टिविस्टों पर राजद्रोह की धाराओं के तहत मामले दर्ज कराने का मुद्दा उठाया. सभापति वेंकैया नायडू ने आप सांसद संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता का नाम लेकर कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने की अपील की. विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित करनी पडी.