New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि ऐसी फिल्में कई बार बनाई जानी चाहिए. बीजेपी संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि फिल्म में वह सच दिखाया गया है, जिसे कई सालों तक दबाया गया.
इसके विरोधियों पर जमकर निशाना साधा
बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने फिल्म कश्मीर फाइल्स का जिक्र करते हुए इसके विरोधियों पर जमकर निशाना साधा. मोदी ने कहा कि अगर किसी ने उस समय हिम्मत के साथ काम करके महात्मा गांधी के जीवन पर फिल्म बनाई होती और दुनिया के सामने रखी होती, तो हम मैसेजिंग कर पाते. पहली बार एक विदेशी ने गांधी फिल्म बनाई और उसे जब ऑस्कर मिला, तब जाकर दुनिया को पता चला कि महात्मा गांधी कितने महान व्यक्ति थे.
इमरजेंसी इतनी बड़ी घटना, कोई फिल्म नहीं बना पाया
बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कश्मीर फाइल्स में जो दिखाया गया है, उस सत्य को सालों तक दबाने का प्रयास किया गया. इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ लोग फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन की बात करते हैं. आपने देखा होगा, इमरजेंसी इतनी बड़ी घटना, कोई फिल्म नहीं बना पाया. कई सत्य को दबाने का लगातार प्रयास किया गया. जब हमने भारत विभाजन के दिन 14 अगस्त को हॉरर डे के रूप में याद करने का तय किया, तो कई लोगों को बड़ी मुसीबत हो गई. कैसे भूल सकता है देश. कभी कभी उससे कुछ सीखने को भी मिलता है. क्या भारत विभाजन पर कोई ऑथेंटिक फिल्म बनी?
कश्मीरी पंडितों के विस्थापन पर बनी है फिल्म
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के विस्थापन और जिहादियों की ओर से उन पर हुए अत्याचारों को लेकर ‘द कश्मीर फाइल्स’ नाम से फिल्म बनी है. रिलीज होने के बाद से ही इस फिल्म की काफी चर्चा हो रही है. अब तक देश के पांच राज्य इस फिल्म को टैक्स फ्री करने की घोषणा कर चुके हैं. वही फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. फिल्म को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं. अनुपम खेर की ओर से अभिनित फिल्म 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के खिलाफ अत्याचारों पर प्रकाश डालती है.
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