Dhanbad : जिले में आउटसोर्सिंग में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों ने हटाए जाने के विरोध में पांच अप्रैल मंगलवार को अंबेडकर चौक से रणधीर वर्मा चौक तक कैंडल मार्च निकाला. कैंडल मार्च में शामिल पवन भगत ने बताया कि कोविड काल में कर्मियों ने जिले के विभिन्न जगहों में काम किया. माइक्रोबायोलॉजी, एसएनएमएमसीएच, सदर अस्पताल, सीएचसी निरसा, सीएचसी भूली, सेंट्रल अस्पताल, रेलवे स्टेशन में कोविड जांच, मोबाइल टीम में काम कर मरीजों की सेवा करते रहे. अब उन्हें बिना कारण हटा दिया गया है. उन्होंने झारखंड सरकार से अस्थायी तौर पर फिर से बहाल करने की मांग की है.
विशाल कुमार महतो ने बताया कि वैश्विक महामारी के दौरान दो वर्षों तक जी-जान लगाकर, बिना नियमित वेतन और अवकाश के मरीजों की सेवा करते रहे. कई कर्मी पॉजिटिव भी हो गए. ठीक होने के बाद भी सेवा कार्य किया. मार्च में दिनेश मिर्धा, सुबोध रवानी, जलाल, आकाश महतो, बबलू कुमार महतो, राजेश कुमार, अनुज कुमार पांडे, नीरज कुमार पांडे, मोहम्मद नवाज़ अंसारी, मिंटू कुमार रजवार आदि शामिल थे.
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