Ranchi: प्रदेश कांग्रेस पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की मूल्य वृद्धि के खिलाफ आंदोलन करेगी. इसे लेकर पार्टी ने 22 फरवरी को महत्वपूर्ण बैठक बुलायी है. इस बैठक में विरोध को लेकर रूपरेखा तैयार की जाएगी. प्रदेश अध्यक्ष सह वित्त और खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन होगा.
प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बताया कि इस बैठक में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमत के खिलाफ आंदोलन की जाएगी. पार्टी इस बैठक में राज्यव्यापी आंदोलनात्मक की रूपरेखा तय करेगी.
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दूबे ने आगे कहा कि अब केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने भी मान लिया है कि उनके हाथ कुछ नहीं है. लेकिन देश की जनता यह जानना चाहती है कि पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी लगाने अथवा हटाने का निर्णय किसके हाथ में है. पिछले बारह दिनों से प्रतिदिन पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ रहे हैं. जिस दिन पेट्रोल और डीजल की कीमत नहीं बढ़ती उस दिन लोगों की बेचैनी बढ़ जाती है.
प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि केंद्र सरकार हर दिन पेट्रोल के दाम बढ़ा रही है. केंद्र सरकार आवाम के साथ विश्वासघात कर रही है. उन्होंने कहा कि जनता विरोधी मोदी सरकार, जनता की जेब पर सेंधमारी कर रही है.
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वहीं प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर टैक्स बढ़ाकर 21.50 लाख करोड़ रुपये कमाये हैं. यह पैसा कहां गया. यह देश की जनता जानना चाहती है. कोरोना संक्रमणकाल में भी जब कच्चे तेल की कीमत पिछले दो दशक के न्यूनतम स्तर पर आ गयी थीं, उस दौरान भी एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर केंद्र सरकार ने जनता के साथ छलने का काम किया है.
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