Ranjit Kumar Singh
Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) ले में झुके खंभों पर बिजली के जर्जर तार काल बनकर लटक रहे हैं. इनके संपर्क में आने से अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है. थोड़ी भी तेज हवा में बेतरतीब ढंग से झूलते तारों के नीचे से गुजरना खतरे से खाली नहीं. जबकि बिजली विभाग के जिम्मेदार इस ओर से आंखें बंद किए हुए हैं. ताजा मामला बीसीसीएल क्षेत्र अंतर्गत आकाश किनारी कोलियरी की है. 15 अगस्त को पूरा देश स्वतंत्रता दिवस की ख़ुशियां मना रहा था, वहीं धनबाद के आकाश किनारी कोलियरी के पास तिरंगा झंडा लगाने के क्रम में पांच बीसीसीएल कर्मी करंट की चपेट में आ गए. इनमें से एक की मौत हो गई, जबकि चार बुरी तरह झुलस गए. घायलों का इलाज धनबाद के सेंट्रल अस्पताल में चल रहा है.
जिले में अक्सर होते रहे हैं हादसे
केस -1 : धनबाद के बैंक मोड़ स्थित उर्मिला टॉवर के समीप 7 अक्टूबर 2021 को 11 हजार वोल्ट का तार टूटकर गिरने से सड़क किनारे गुपचुप खा रही मां-बेटी व गुपचुप विक्रेता करंट की चपेट में आकर घायल हो गए थे. पूरी घटना पास की दुकान में लगे सीसीटीवी में कैद हो गईं थी. इसके बावजूद आज भी वहां बिजली तारों का जाल फैला हुआ है.
केस-2 : 8 नवंबर 2021 को झरिया के बिहार बिल्डिंग के समीप रहने वाले राहुल केसरी के परिवार के पांच सदस्य 11 हजार तार की चपेट में आकर झुलस गए. बाद में इलाज के दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना से झरिया लोगों में बिजली विभाग के प्रति काफी आक्रोश था. लोगों ने विभाग से बिजली के नंगे तार व जर्जर पोल को बदलने की जोरदार मांग की थी.
केस-3 : झरिया के कतरास मोड़ के पास इसी साल सब्जी खरीद रहे एक व्यक्ति बिजली का तार टूट कर गिरने से झुलस गया. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
केस-4 : कुछ दिन पहले बलियापुर इलाके में बिजली का तार टूटने से 4-5 मवेशियों की मौत हो गई. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग का जमकर विरोध किया था.
जीएम बोले- बदले जा रहे जर्जर तार, केबलिंग भी जोरों पर
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इस संबंध में पूछे जाने पर जेबीवीएनएल, धनबाद के महाप्रबंधक एचके सिंह ने कहा कि कई क्षेत्रों में बिजली के नंगे तारों व जर्जर पोल को बदलने का काम किया जा चुका है. कुछ इलाकों में काम अभी जारी है. शहर में विभाग की ओर से अंडरग्राउंड केबलिंग का काम भी जोरों पर किया जा रहा है. जहां तक 15 अगस्त को आकाश किनारी कोलियरी की घटना की बात है, तो उनके क्षेत्र में इस तरह की कोई घटना नहीं घटी है.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश साव, जसपाल सिंह व मोइन खान ने कहा कि जिले में बिजली के तार व पोल की स्थिति काफी दयनीय है. अक्सर लोग हादसे के शिकार होते रहे हैं. ऐसी घटनाओं के लिए बिजली विभाग पूरी तरह जिम्मेदार है. नंगे बिजली तारों के नीचे कहीं भी सपोर्ट नहीं है, जिससे जर्जर तार टूटकर सीधे जमीन पर गिर जाते हैं और राहगीर उनकी चपेट में आकर जान गंवा बैठते हैं. विभाग को जर्जर बिजली तारों व पोल को तुरंत बदलते हुए तार के नीचे जाली देनी चाहिए. इससे अनहोनी से बचा जा सकता है.
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