Dhanbad: धनबाद (Dhanbad) कुसुम विहार में 10 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन अंडरग्राउंड व मानवरहित गैस इंसुलेटेड बिजली सब स्टेशन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार दिसंबर तक काc पूरा कर इसे चालू कर दिया जाएगा. यह रांची के बाद राज्य में दूसरा मानवरहित सब स्टेशन होगा. इससे सरायढेला से सटे क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली सप्लाई संभव होगी और लोडशेडिंग से छुटकारा मिलेगा.
कांड्रा ग्रिड से जुड़ेगा जीआईएस सब स्टेशन
झारखंड संपूर्ण बिजली आच्छादन योजना (जसबे) के तहत धनबाद प्रक्षेत्र में 6 पारंपरिक बिजली सब-स्टेशनों के साथ कुसुम विहार और निरसा इंडस्ट्रीयल एरिया में जीआईएस का निर्माण कार्य 2020 में शुरू हुआ था. रांची के बाद जीआईएस धनबाद में दूसरा मानव रहित सबस्टेशन होगा. गोविंदपुर के कांड्रा स्थित नेशनल ग्रिड से दोनों जीआईएस को जोड़ने की योजना है.
मेंटेनेंस की जरूरत नहीं पड़ेगी
जीआईएस सब-स्टेशन की खास बात यह है कि इसमें मेंटनेंस की जरूरत नहीं पड़ती. गैस कूलेंट भी होता है, जिससे ओवरहीटिंग की आशंका नहीं रहती. ऐसे में उससे 24 घंटे निर्बाध बिजली सप्लाई करना संभव होता है. जीआईएस का निर्माण कार्य शुरू होने से कुसुम विहार, सरायढेला, कोयला नगर के साथ निरसा इंडस्ट्रीयल एरिया की बड़ी आबादी को लोडशेडिंग की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा.
एक चौथाई जमीन की पड़ती है जरूरत
गैस इंसुलेटेड के लिए पारंपरिक सब-स्टेशनों के मुकाबले करीब एक चौथाई जमीन की जरूरत पड़ती है. इसके लिए कुसुम विहार में 3.65 कट्ठा व निरसा में भी इतनी ही जमीन चिह्नित की गई थी.
दिसंबर से बिजली सप्लाई शुरू करने की योजना
धनबाद डिवीजन के कार्यपालक अभियंता एसबी तिवारी ने बताया कि कुसुम विहार में जीआईएस सबस्टेशन निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. दिसंबर 2022 में सबस्टेशन से बिजली सप्लाई शुरू करने की योजना है.
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