Jamshedpur (Sunil Pandey) : कोल्हान प्रमंडल में पहली बार मारवाड़ी समुदाय की कुलदेवी महासर माता का कीर्तन उत्सव आयोजित किया जाएगा. प्रथम कीर्तन उत्सव आगामी 5 सितम्बर (नवमी तिथि) को साकची श्री अग्रसेन भवन में आयोजित होगा. जिसमें कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों से श्रद्धालु बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे. इसका आयोजन श्री महासर माता परिवार जमशेदपुर कोल्हान प्रमंडल द्वारा किया जा रहा हैं. इस संबंध में शुक्रवार को साकची ठाकुरबाड़ी रोड़ स्थित श्रीमहालक्षमी दादी मंदिर में आयोजकों ने बताया कि महासर धाम के पुजारी संजय गुरुजी के सानिध्य में विधिवत रूप से पूजा-अर्चना होगी एवं दिव्य अखंड ज्योत प्रज्वलित की जाएगी. अनुष्ठान में देवी का अलौकिक श्रृंगार कोलकाता के कारीगरों द्वारा किया जाएगा जो आकर्षण का केंद्र होगा. कार्यक्रम में कोलकाता से विकास कपूर, निशा सोनी समेत स्थानीय भजन गायक राहूल गुलाटी भजन कार्यक्रम प्रस्तूत करेंगे.
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दूसरे प्रदेशों से भी आएंगे भक्त
आयोजकों ने बताया की कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश के कई शहरों जैसे हैदराबाद, कोलकाता, बराकर, रांची, इत्यादि से भी भक्त आयेंगें. वहीं आयोजकों ने धर्म प्रेमी बंधुओं को भजन संध्या में सादर आमंत्रित किया. महासर धाम के पुजारी संजय गुरूजी के आने-जाने, ठहरने एवं भोजन आदि की व्यवस्था की जिम्मेदारी साकची बाजार निवासी प्रमोद भालोटिया सपरिवार संभालेगें.प्रेस वार्ता में दीपक भालोटिया, राजेश पसारी, अशोक भालोटिया, प्रदीप मित्तल, गोविंद अग्रवाल, प्रमोद भालोटिया, गजानंद भालोटिया, आनंत मोहनका, संगीता मित्तल, नैना मित्तल, नमिता मित्तल, कुसुम पसारी, पुष्पा भालोटिया आदि मौजूद थे.
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एक हजार वर्ष पुराना है मंदिर
महासर माता का मंदिर महेंद्रगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर अटेली कनीना मार्ग पर अवस्थित महासर गांव में है, जो लगभग एक हजार साल पुराना हैं. मां दुर्गा का यह मंदिर लाखों भक्तों की आस्था का केन्द्र तो है ही, साथ ही महेन्द्रगढ़ जिले एवं उसके आसपास के लोग माता को कुल देवी के रूप में पूजा करते हैं. नवजात शिशुओं के प्रथम बार बाल यहीं उतारे जाते हैं. वहीं नवविवाहित युगल यहां पहुंचकर मां का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. यह दुर्गा मां सिद्ध एवं जागृत शक्तिपीठ है.
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