Bokaro : भादो की उमस भरी गर्मी में बिजली कटौती से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है. सुबह से देर रात तक की बिजली कटौती से जन जीवन पूरी तरह प्रभावित होने लगा है. विगत 20 दिनों से चास व चंदनकियारी में भीषण बिजली संकट से लोग जुझ रहे है. 24 घंटे में चार घंटे भी बिजली नहीं टिक रही है. ऐसी बिजली कटौती लोगों को बिमार बनाने लगा है. इस बाबत विभाग के पदाधिकारियों ने डीवीसी की अनियमित कटौती को क्षेत्र में उत्पन्न बिजली कटौती का कारण बताया है. कार्यपालक अभियंता उमेश कुमार ने बताया कि डीवीसी की अधिक देर तक की कटौती से सभी फीडर प्रभावित है.
इसे भी पढ़ें–स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख गए रायपुर
गृहणियों में आक्रोश, जल व्यवस्था फेल
बिजली विभाग के पदाधिकारी शहर की चरमराई बिजली व्यवस्था पर डीवीसी को दोषी ठहरा रहे है. इस बाबत विभाग के कार्यपालक अभियंता उमेश कुमार ने बताया कि इस ओर वरीय पदाधिकारी को सूचना देते हुए विभाग को पत्राचार किया गया है. गोला ट्रांसमिशन लाईन कार्य पूरा हो गया है. इसके चालू होने के बाद ही शहरवासियों को बिजली संकट से राहत पहुंचेगा. डीवीसी की अधिक देर और अनियमित बिजली कटौती से बिजली वितरण व्यवस्था प्रभावित हो रही है. सुबह से लेकर देर रात की बिजली कटौती से गृहणियां भी खासा प्रभावित है. सुबह बच्चों को स्कूल की तैयारी कराने को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बिजली नही रहने से पानी मोटर नहीं चल पाता है. बगैर पानी का बच्चों के लंच भी तैयार नही हो पाता है. इस बाबत चास निवासी सुमिता देवी ने बताया कि मोमबत्ती के सहारे रात कट रही है. उमस भरी गर्मी में बच्चों और बुजुर्गों का हाल बेहाल हो गया है. इंवर्टर अधिक देर तक की बिजली कटौती से फेल हो रहा है. जिले में 175 मेगावाट की जरूरत ही मिल रही है.
इसे भी पढ़ें–गालूडीह : भूमि बंदोबस्ती के लिए अंचल अधिकारी से पंसस ने की मुलाकात
कनेक्शन बढ़ा व्यवस्था अभी भी पुरानी
वहीं बिजली विभाग के सहायक विघुत अभियंता ने बताया कि जिले में लगभग 175 मेगावाट बिजली की जरूरत है. चास शहर और ग्रामीण इलाके में प्रतिदिन 60 मेगावाट बिजली की जरूरत है, जिसमें 30 चास सब स्टेशन, फुदनीडीह सब स्टेशन में 10 मेगावाट, बारी कॉपरेटिव सब स्टेशन में 10 मेगावाट बिजली मिल रही है. विगत दस वर्षो से क्षेत्र में कनेक्शन बढ़ा है, लेकिन व्यवस्था अभी भी पुरानी ही है. दस नये सब स्टेशन बनकर तैयार है,लेकिन बिजली नहीं मिलने से नवनिर्मित सब स्टेशन कार्यरत नहीं हो पा रहा है. विश्वकर्मा पूजा से पूर्व सिस्टम पूरी तरह से दुरुस्त हो जाएगा. वैकल्पिक व्यवस्था बहाल करने को लेकर एक साल से कार्य जारी है. पूजा के बाद नया सिस्टम बहाल होगा.
इसे भी पढ़ें–मजदूर संगठनों ने कहा- एचईसी बंदी के कगार पर, न कार्यशील पूंजी, न समय पर उत्पादन
Leave a Reply