Adityapur (Sanjeev Mehta) : दहेज के लिए पति द्वारा बच्चे समेत घर से बाहर निकाल दिए जाने के बाद महिला पांच वर्षों से न्याय के लिए भटक रही है. महिला राजनगर की रहनेवाली है. कहीं से भी न्याय नहीं मिलने पर शुक्रवार को वह गम्हरिया प्रखंड के बीरबांस स्थित परिवार परामर्श केंद्र पहुंच कर पद्मश्री छुटनी महतो से न्याय दिलाने की गुहार लगाई. पद्मश्री महतो ने महिला की समस्या को गंभीरता से लेते हुए उसे न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है.
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मायके से पैसा लाने के लिए पति करता था प्रताड़ित
पीड़ित महिला के पिता राजनगर रांजड़ निवासी भद्रतनु कुंभकार ने बताया कि उनकी पुत्री फूल कुमारी की शादी वर्ष 2012 में ओड़िशा मयूरभंज के ताड़गा निवासी रंजीत बेहरा के साथ सामाजिक रीति-रिवाज से हुई थी. वर्ष 2013 में उसे एक पुत्र भी हुआ है. उन्होंने बताया कि दो-तीन साल सबकुछ अच्छा चला किन्तु उसके बाद रंजीत अपनी पत्नी फूल कुमारी को मायके से पैसा लाने के नाम पर प्रताड़ित करने लगा. पैसा लाने में असमर्थता जताने पर गाली-गलौज करने लगा और पत्नी के साथ मारपीट शुरू कर दी. कुछ दिनों बाद उसे पुत्र के साथ घर से निकाल दिया गया.
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सरायकेला कोर्ट में लगा चुकी हैं न्याय की गुहार
कुंभकार ने बताया कि विगत दो अक्टूबर 2017 को रांजड़ गांव के ग्राम प्रधान खिरोद प्रधान की अध्यक्षता में बैठक की गई थी जिसमें रंजीत ने किए गए गलती पर माफी मांगते हुए पत्नी को साथ ले जाने पर राजी हुआ था किन्तु समझौता के कुछ माह बाद ही फिर पत्नी को घर से निकाल दिया जो फिलहाल अपने मायके में रह रही है. घर से निकालने के बाद पीड़िता राजनगर थाना व सरायकेला कोर्ट में शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई लेकिन कहीं से भी न्याय नहीं मिला. थक हारकर पद्मश्री छुटनी महतो से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है.
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