Vijay Kumar Gope
Ranchi : पिछले दो साल से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कांके की स्थिति बदहाल है. यहां कार्यरत कर्मी, डॉक्टर सब परेशान हैं. पिछले 12 वर्षों से बीएएम (ब्लॉक एकाउंट मनैजर) के पद पर कार्यरत प्रियंका कुमारी सिंह पर मनमानी तरीके से सरकारी राशि के दुरुपयोग का आरोप है. प्रियंका के विरुद्ध इसी वर्ष 19 जनवरी को सीएचसी में कार्यरत कर्मचारी व सहियाओं ने धरना-प्रदर्शन किया गया था. उस वक्त प्रियंका पर लगभग एक करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा था.
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भाई के खाते में पैसे ट्रांसफर कराकर निकासी का आरोप
प्रियंका सिंह पर आरोप है कि पिछले वर्ष जब कोविड टीकाकरण का कार्य युद्ध स्तर पर था,तब उन्होंने अपने भाई विवके सिंह के खाता में पैसा ट्रांसफर कराकर निकासी की थी. 21 जून 2021 के वेतन की 53 लाख राशि फरवरी 2022 तक रोककर उस पैसे का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगा था. वहीं बंध्याकरण ऑपरेशन राशि, कोविड टीकाकरण के दौरान एक टीम को 500 रुपया का खाना देने की जगह 30 रुपया का मोटू-पतलू देना, सहियाओं के खाते में पैसे ट्रांसफर करके पुनः डरा धमका कर वापस लेना, आयुष्मान घोटाला सहित कई अन्य वित्तीय अनियमितता का आरोप है.
सीएस को भी लिखा गया था पत्र
तत्कालीन प्रभारी चिकित्सक डॉ. एसके साबरी ने वित्तीय अनियमितता को लेकर सिविल सर्जन को पत्र लिखा था. 24 फरवरी लिखे पत्र में डॉ. एसके साबरी ने प्रियंका कुमारी को वित्तीय अनियमितता में लिप्त पाये जाने पर सिविल सर्जन रांची को अन्यत्र स्थानांतरण करने की अनुशंसा की थी. उस वक्त सिविल सर्जन ने भी अपने कार्यालय पत्रांक संख्या 248 (डीएचएस) दिनांक 12 फरवरी 2022 द्वारा अभियान निदेशक को पत्र लिखकर प्रियंका सिंह को अन्यत्र जिले में स्थानांतरण करने की अनुशंसा की थी. बावजूद इसके प्रियंका सिंह यहीं जमी हुई है.
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