Patna : कभी अपनी पुलिसिंग तो कभी बिहार को आगे बढ़ाने के लिए अपने द्वारा किये जा रहे प्रयासों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले आइपीएस विकास वैभव अपनी सरकारी पिस्टल को लेकर सुर्खियों में हैं. उनके आवास से उनकी सरकारी पिस्टल चोरी हो गयी है. गुरुवार को जब आईजी विकास वैभव ने अपनी पिस्टल निकालना चाहा, तो वो उस जगह से गायब मिला, जहां उन्होंने रखा था. इस मामले में आवास पर काम करने वाले एक होमगार्ड के बेटे को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.
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हिरासत में चौकीदार का बेटा
जानकारी के अनुसार, गर्दनीबाग थाने में शिकायत दर्ज कराई गयी है. वहीं शक के आधार पर एक चौकीदार के बेटे को गर्दनीबाग थाने की पुलिस ने हिरासत में लिया है. इजी विकास वैभव के आवास पर एक चौकीदार की ड्यूटी रहती थी. उसकी तबीयत खराब होने की वजह से उसका बेटा आकर साफ-सफाई का काम कर रहा था. विकास वैभव को जब उस लड़के पर शक हुआ तो उससे पूछताछ की. इस दौरान उसकी भूमिका संदिग्ध लगी, तो हिरासत में लिया गया.
जानें 9 MM की ग्लॉक पिस्टल की खासियत
विकास वैभव को पुलिस मुख्यालय की तरफ से 9 MM की ग्लॉक पिस्टल आवंटित की गयी थी. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं.ऑस्ट्रियन कंपनी ग्लॉक जेसएमबी के द्वारा इस पिस्टल को तैयार किया जाता है. इसे बेहद भरोसेमंद हथियार माना जाता है. भारत में स्पेशल फोर्सेस, पैरा कमांडो, IPS, एनएसजी वगैरह को यह हथियार उपयोग के लिए दिया जाता है. इसमें 6 से लेकर 33 राउंड तक मैगजीन का उपयोग हो सकता है. भारत में इस हथियार में 17 राउंड वाली मैगजीन का उपयोग किया जाता है. यानी इसके मैगजीन में एक साथ 17 गोलियां आती हैं. इसकी गोली 1230 फीट प्रति सेकेंड की स्पीड से चलकर शिकार बनाती है. इसकी रेंज भी 50 मीटर है. इसमें 9mm की कोई भी गोली लग जाती है. पॉलीमर से बनी यह पिस्टल बेहद हल्की होती है और गर्म वातावरण में भी आसानी से इसे हैंडल किया जा सकता है. यह एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल है.
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