Ranchi : रांची समाहरणालय में कर्मचारियों की काफी कमी है. समाहरणालय के स्वीकृत पद पर आधे से कम कर्मचारी ही विभिन्न कार्यालयों में अपनी सेवा दे रहे हैं. जिस कारण उनपर काम का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है. लेकिन कई सालों से ऐसा ही चल रहा है. कई बार इसको लेकर आवाज भी उठायी गयी, लेकिन सरकार ने अबतक कोई कदम नहीं उठाया. बता दें कि जिला समाहरणालय में लिपिक, स्टेनो के अधिकांश पद रिक्त है.
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जानें कितने पद स्वीकृत, कितने कार्यरत
जिला समाहरणालय में तृतीय, चतुर्थवर्गीय कर्मियों के अलावा राजस्व उप-निरीक्षक, अमीन, स्टेनो के पद हैं. इनके नियंत्री व नियोजन पदाधिकारी उपायुक्त होते हैं. इस संवर्ग के कर्मियों की तैनाती समाहरणालय, अनुमंडल कार्यालय, सभी प्रखंड व अंचल कार्यालय में होती है. समाहरणालय के अलावा 22 अंचल, 18 प्रखंड और 02 अनुमंडल कार्यालय हैं. यहां कर्मचारी के 332 पद स्वीकृत है, लेकिन 260 कर्मचारी पूरे रांची जिले में कार्यरत हैं. रांची जिला समाहरणालय के विभिन्न कार्यालयों में 114 स्वीकृत पद हैं. इसके विरूद्ध 81 कर्मचारी कार्यरत हैं. कार्यालयों में 33 पद अभी भी रिक्त पड़ा हुआ है. कुल 22 अंचलों में 157 स्वीकृत पद है, इसके खिलाफ 101 पद पर ही कर्मचारी कार्य कर रहे हैं. अंचलों में 56 पद खाली हैं. अमीन की स्थिति भी कुछ ठीक नहीं है. सारे अंचलों में अमीन के 25 पद स्वीकृत हैं इसके खिलाफ मात्र 14 ही अमीन हैं शेष 11 पद खाली पड़ा हुआ है. अंचलों में 14 पद कानूनगो के खाली हैं.
कैसे होती है बहाली
समाहरणालय संवर्ग के कर्मियों की बहाली अब राज्य कर्मचारी चयन आयोग के जरिये ही होती है. यहां से आयोग को रिक्त पदों की सूची भेजी जाती है. साथ ही आरक्षण का रोस्टर भी. बहाली का विज्ञापन निकाल व परीक्षा लेकर मेधा सूची तैयार कर आयोग उपायुक्त को भेजा जाता है. मेधा सूची के आधार पर उपायुक्त ही नियुक्ति पत्र जारी करते हैं. साथ ही पोस्टिंग भी करते हैं. झारखंड सरकार की नीति के अनुसार समाहरणालय संवर्ग में झारखंड में केवल स्थानीय निवासियों की ही बहाली हो सकती है. बगैर आवासीय प्रमाण पत्र वाले इसके लिए आवेदन भी नहीं कर सकते. जानकारी के अनुसार साल 2017 में लिपिक संवर्ग की परीक्षा हुई थी, लेकिन आज तक रिजल्ट नहीं निकला. परीक्षा जेएसएससी ने ली थी. सरकार के पास आज तक लंबित है.
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