Jharia : केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने झरिया में बढ़ते प्रदूषण पर संज्ञान लेते हुए झारखंड प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के सचिव व बीसीसीएल सीएमडी से जवाब तलब किया है. इलाके में प्रदूषण की बढ़ती समस्या की जांच कर समाधान के लिए शीघ्र कदम उठाने को भी कहा है. मंत्रालय ने यह पहल सामाजिक संस्था यूथ कॉन्सेप्ट के संयोजक अखलाक अहमद के पत्र के आलोक में की है. अखलाक अहमद ने बताया कि उन्होंने बीते दिनों दिल्ली जाकर 3 दिन तक जंतर मंतर और इंडिया गेट के समीप हाथों में तख्ती लेकर झरिया में बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ मुहिम शुरू की थी. उसके बाद पिछले 27 अक्टूबर को केंद्रीय वन एंव पर्यावरण मंत्रालय को पत्र लिखकर झरिया में प्रदूषण की वास्तविकता से अवगत कराया था.
झरिया के कतरास मोड़ निवासी अखलाक अहमद ने केंद्रीय मंत्रालय को लिखे पत्र में 2019 में एक एजेंसी की सर्वे रिपोर्ट का हवाला देते हुए झरिया पर देश का सबसे प्रदूषित शहर होने का लगा धब्बा से लेकर कागजों पर बनी प्रदूषण की रोकथाम की योजनाओं की सच्चाई और आउटसोर्सिंग उत्खनन कंपनियों द्वारा डीजीएमएस व संबंधित विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मनमाने तरीके से किये जा रहे उत्खनन की विस्तृत जानकारी दी थी. केंद्रीय मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व बीसीसीएल प्रबंधन को पत्र लिखकर जवाब मांगा है.
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कई वर्षों से मुहिम चला रहे हैं अखलाक
ज्ञात हो कि अखलाक अहमद यूथ कॉन्सेप्ट संस्था के माध्यम से पिछले कई वर्षों से झरिया में बढ़ते प्रदूषण के स्तर और उससे उत्पन्न समस्या को लेकर लगातार मुखर रहे हैं. चाहे कोई धार्मिक त्योहार हो या फिर राष्ट्रीय पर्व या फिर किसी स्वंत्रता सेनानी की जयंती जैसे मौकों पर प्रदूषण की बढ़ती समस्या से सरकार, जिला प्रशासन को संदेश देने से लेकर शहरवासियों को भी जागरूक करते रहे हैं.
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