Surjit Singh
पांच दिन पहले तक देश की सबसे बड़ी कंपनी रही अडाणी इंटरप्राइजेज ने अपना एफपीओ (फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर) को वापस ले लिया. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद 26 जनवरी को अडाणी ने 20 हजार करोड़ का एफपीओ लॉन्च किया था. 31 जनवरी को एफपीओ पूरा सब्सक्राइव होकर बंद हुआ और एक फरवरी की रात अचानक से वापस ले लिया गया. कंपनी ने कहा कि उसके एफपीओ को खरीदने वालों का पूरा पैसा लौटा दिया जायेगा. गौर करने वाली बात है कि 3200 रुपये वाले एफपीओ की कीमत टूटकर 1900 के करीब आ गई थी.
अब सवाल उठता है कि ऐसा क्यों हुआ. कंपनी की तरफ से बताया गया कि एफपीओ खरीदने वाले निवेशकों को नुकसान से बचाने के लिए ऐसा किया गया है. लेकिन यह सच नहीं है. सच कुछ और ही है. दरअसल, फोर्ब्स मैग्जीन की एक रिपोर्ट के बाद कंपनी ने यह कदम उठाया. एक फरवरी को फोर्ब्स ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की. जिसका शीर्षक हैः “There’s Evidence That The Adani Group Likely Bought Into Its Own $2.5 Billion Share Sale”. इंटरनेट पर इस रिपोर्ट को पढ़ा जा सकता है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडाणी ग्रुप खुद ही पीछे के दरवाजे से दो कंपनियों के जरिए एफपीओ की खरीद कर रही थी. जिन कंपनियों के जरिए एफपीओ की खरीद की जा रही थी, उनमें एलारा कैपिटल (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड और एक ब्रोकरेज फर्म मोनार्क नेटवर्थ कैपिटल शामिल है.
दरअसल, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद निवेशकों ने इस एफपीओ से दूरी बना ली थी. अडाणी ग्रुप का एफपीओ बिक नहीं रहा था. एफपीओ लॉन्च होने के बाद खास निवेशकों ने पांच हजार करोड़ का एफपीओ बुक कर लिया था. जिसके बाद उम्मीद थी कि बाजार के लाखों निवेशक इस एफपीओ को खरीद लेंगे. लेकिन 30 जनवरी तक सिर्फ दो प्रतिशत शेयर ही खुदरा में बिके. हालांकि, इसी शाम खबर आयी कि अबू धाबी की एक कंपनी ने 3200 करोड़ का एफपीओ खरीद लिया है. खेल हुआ अंतिम दिन, यानी 31 जनवरी को. करीब 13000 करोड़ का एफपीओ पूरा सब्सक्राइव हो गया. इसके बाद एक फरवरी को फोर्ब्स की रिपोर्ट आ गई, जिसमें दावा किया गया कि अडाणी ग्रुप खुद ही परदे के पीछे से एफपीओ खरीदने में लगी थी. फोर्ब्स की खबर में जिस तरह तथ्यों का खुलासा किया गया, उसके बाद अडाणी ग्रुप के पास एफपीओ वापस लेने के अलावे कोई रास्ता ही नहीं बचा था. यह अलग बात है कि फोर्ब्स ने जिन तथ्यों का खुलासा किया है, उसपर नजर रखने, पकड़ने और रोकने की जिम्मेदारी शेयर बाजार नियामक सेबी की है. लेकिन उसने ऐसा कुछ भी नहीं किया.