Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) नियोजन की मांग को लेकर पिछले 344 दिन से धरना पर बैठे झमाडा आश्रित 7 फरवरी को परिवार व बच्चों के साथ झमाडा प्रबंधन के खिलाफ उग्र आंदोलन की तैयारी में जुटे हैं. झमाडा आश्रित नियोजन की मांग को लेकर पिछले वर्ष 22 फरवरी से झमाडा कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठे हैं. परंतु प्रबंधन का रवैया संतोषजनक नहीं रहा. प्रबंधन आश्रितों को लगातार मात्र आश्वासन देने का काम करता रहा है.
धरना की अध्यक्षता कर रहे मेहराबउल अंसारी ने बताया कि पिछले कई वर्षों से अनुकंपा बहाली को लेकर आंदोलनरत हैं. बावजूद प्रबंधन आश्रितों को ठगने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि झमाडा के कई कर्मी सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जिससे कार्यबल की भारी कमी हुई है. परंतु प्रबंधन आउटसोर्सिंग से काम करा रहा है. आश्रितों के नियोजन के लिए गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि आश्रितों के धरना का एक साल पूरा होने वाला है, पर प्रक्रिया प्रबंधन की ओर से कोई प्रक्रिया शुरू तक नहीं की गई है. इसीलिए 7 फरवरी को तमाम झमाडा आश्रित परिवार व बच्चों के साथ प्रबंधन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे.