Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) झारखंड खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार ( झमाडा ) की आर्थिक स्थिति अब पहले की अपेक्षा काफी अच्छी है. झमाडा की वार्षिक आय 1.31 अरब है. वार्षिक आय का खुलासा एक आरटीआई रिपोर्ट के आधार पर हुआ है. कुछ वर्ष पूर्व झमाडा तंगहाली के दौर से जरूर गुजर रहा था. लेकिन अब इसकी स्थिति काफी अच्छी देखी जा रही है. झमाडा के खिलाफ नियोजन की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे आश्रितों ने कहा है कि झमाडा की आर्थिक स्थिति काफी अच्छी है, लेकिन अनुकंपा बहाली को लेकर झमाडा प्रबंधन सरकार के पास फंड की कमी का रोना रो रहा है. इसका खामियाजा हम आश्रितों को भुगतना पड़ रहा है.
धरना की अध्यक्षता कर रहे मेहरबुल अंसारी ने बताया कि झमाडा के पास फंड की कोई कमी नहीं है. बस अनुकंपा बहाली को ले कर प्रबंधन फंड का रोना रो रहा है. उन्होंने बताया कि आरटीआई से जो खुलासा हुआ है, उसन हमें सकते में डाल दिया है. उन्होंने बताया कि झमाडा के खाते में विगत एक वर्ष में ” एक अरब , 31 करोड़, 45 लाख,14 हज़ार ,114 ” रुपये आए, जिनमें बाजार फीस वेतन मद में ₹48,4243666 रुपए, वही योजना मद में ₹4842436666 तथा जल मद समेत अन्य विभाग से कोष में ₹34,6026782 आए हैं. बावजूद विभाग सरकार के पास फंड ना होने की स्थिति बता रहा है.
झमाडा के एसडीओ पंकज झा ऑफ रिकॉर्ड बताते हैं कि झमाडा की आर्थिक स्थिति अभी बहुत अच्छी नहीं हुई है. हां पहले की अपेक्षा कुछ सुधार जरूर हुआ है, लेकिन विभागीय तौर पर आने वाली धनराशि से झमाडा के सेवानिवृत्त कर्मियों की किस्त के भुगतान से लेकर जलापूर्ति, मरम्मत के साथ अन्य कार्य में हो जाते हैं.