Giridih : बिना दवा खाए और ऑपरेशन कराए घुटना, पीठ व कमर दर्द समेत अन्य दर्दों से निजात पाने के लिए फिजियोथेरेपी असरदार तरीका है. सरकारी स्तर पर यह सुविधा आम मरीजों को मिले इसके लिए सदर अस्पताल परिसर में फिजियोथेरेपी केंद्र एक वर्ष पूर्व खोला गया था. संचालन के लिए फिजियोथेरेपिस्ट की भी नियुक्ति हुई. फिलहाल इस केंद्र में ताला लटक रहा है. जिन मरीजों को फिजियोथेरेपी कराने की जरूरत है वे केंद्र आते तो जरूर हैं, लेकिन ताला लटकता देख मायूस होकर वापस लौट जाते हैं.
कब जरूरी है फिजियोथेरेपी
जो मरीज दवा, इंजेक्शन व ऑपरेशन कराने से बचना चाहते हैं उन्हें फिजियोथेरेपी को आजमाना चाहिए. चिकित्सा के साथ-साथ अच्छी सेहत के लिए यह कारगर उपाय है. फिजियोथेरेपिस्ट इलाज शुरू करने से पहले मरीजों से पूछताछ कर बीमारी के इतिहास का पता लगाते हैं.
कई माह से केंद्र बंद
केंद्र खुलने के शुरुआती दिनों में यहां काफी संख्या में मरीज इलाज कराने आते थे. संचालन के लिए फिजियोथेरेपिस्ट की भी नियुक्ति की गई थी. विगत 4 माह के दरम्यान सप्ताह में सिर्फ 1 दिन केंद्र को खोला गया. इधर बीस दिनों से केंद्र में ताला लटक रहा है. नियुक्त फिजियोथेरेपिस्ट बगैर किसी सूचना के कई दिनों से गायब हैं.
होगी कार्रवाई
सिविल सर्जन डॉ. एसपी मिश्रा ने बताया कि फिजियोथेरेपिस्ट को रोजाना समयानुसार सेवा देना है. बंद रहने के कारण का पता लगाया जाएगा. दोषी पाए जाने पर फिजियोथेरेपिस्ट के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
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