Ranchi : रांची विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन में आज कार्यशाला (वर्कशॉप) का आयोजन किया गया. वर्कशॉप में बतौर मुख्य अतिथि बॉलीवुड के जाने-माने फिल्म एडिटर असीम सिन्हा मौजूद रहे. असीम सिन्हा ने मास कम्युनिकेशन के छात्रों को एडिटिंग के गुर सिखाये. असीम सिन्हा ने छात्रों को एडिटिंग की शुरुआत कैसे और कब हुई और समय के साथ इसमें क्या बदलाव आया इन सारी बातों को विस्तार पूर्वक बताया. उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से शुरुआती दौर की फिल्मों को दिखाया. साथ ही छात्रों को समझाया कि उस दौर में किस प्रकार से शॉर्ट फिल्में बनती थी और इसको बनाने में किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था. बता दें कि असीम सिन्हा जजंतरम ममंतरम, वेलकम टू, प्रसिद्ध धारावाहिक चंद्रकांता समेत 80 राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फिल्मों की एडिटिंग कर चुके हैं. पाकिस्तानी फिल्मों को एडिट करने के लिए असीम सीना अक्सर अमेरिका जाया करते हैं. (पढ़ें, IndiGo की केबिन क्रू के साथ छेड़छाड़ करने का आरोपी स्वीडिश नागरिक गिरफ्तार, जमानत पर रिहा)
रांची के रहने वाले हैं फिल्म एडिटर असीम सिन्हा
बॉलीवुड फिल्म एडिटर असीम सिन्हा रांची के रहने वाले हैं. असीम सिन्हा आरयू के स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन के निर्देशक डॉ बीपी सिन्हा के भतीजे भी हैं. असीम सिन्हा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई रांची से ही पूरी की है. इसके बाद वे माया नगरी मुंबई चले गये और आज बॉलीवुड के ही नहीं इंटरनेशनल फिल्म जगत के भी जाने-माने फिल्म एडिटर हैं. डॉ. बीपी सिन्हा ने कहा कि असीम सिन्हा काफी संघर्षों के बाद इस मुकाम तक पहुंचे हैं. इन्हें देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोग जानते हैं. असीम सिन्हा ने कई अवॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं.विद्यार्थियों को एडिटिंग की अच्छी जानकारी के लिए इनके सेशन का आयोजन किया गया.
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