Manoharpur (Ajay Singh) : बुधवार को मनोहरपुर उंधन आम बगान में छात्र नेता की अगुवाई में एक बैठक की गई. बैठक में वर्तमान नियोजन नीति एवं आरक्षण रोस्टर पर विचार विमर्श किया गया. साथ ही वर्तमान नियोजन नीति व आरक्षण रोस्टर पर विरोध जताते हुए कहा गया कि राज्य गठन का उद्देश्य अबुआ दिसुम अबुआ राज का सपना साकार करना था. राज्य गठन के 23 वर्ष बीतने के बाद भी झारखंडी हित में स्थानीय एवं नियोजन नीति परिभाषित नहीं किया गया. जबकि राज्य के विभिन्न सरकारी विभाग में 3.54 लाख पद रिक्त पड़े हैं.वहीं इन रिक्त पदों में नियुक्ति के लिए वर्ष 2016 से पूर्व वाला 60/40 का नियोजन नीति लागू किया जा रहा है. चूंकि ऐसा होने पर लंबे समय से तैयारी करने वाले छात्र सरकारी नौकरी से वंचित हो जाएंगे. कहा गया कि सरकार द्वारा बनाई गई जिलेवार आरक्षण रोस्टर कहीं से सही नहीं है. पश्चिमी सिंहभूम जिला के सरकारी विभाग में नौकरी के लिए ओबीसी का सीट 0 कर दिया गया है,जो कि गलत नीतियों का परिणाम है.
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बंदी में स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील
इसके लिए सरकार को सर्वप्रथम राज्य में जातीय जनगणना करानी चाहिए तथा इसके बाद ही जनसंख्या के आधार पर आरक्षण रोस्टर बनाना चाहिए. वर्तमान नियोजन नीति 60/40 का फार्मूला को संशोधित कर झारखंड सरकार को 90/10 के अनुपात में किये जाने की मांग उक्त बैठक में की गई है, ताकि अधिक से अधिक स्थानीय मूल झारखंडी व खतियानी को लाभ मिल सके. बैठक में सर्वसम्मति से नियोजन नीति एवं आरक्षण रोस्टर के विरोध में 10 अप्रैल को झारखंड बंद का निर्णय लिया गया है. बंद के समर्थन में आनंदपुर व मनोहरपुर प्रखंड के सभी स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील की गई है. इन मांगो के समर्थन में मुख्यमंत्री के नाम प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा. इस बैठक में मुख्य रूप से छात्र नेता गोवर्धन ठाकुर, गोवर्धन महतो, अनवर सोरेन, गोविंद गोप, विकास गोप, सुंदर लाल महतो, तिला तिर्की, देवीलाल महतो, छोटेलाल उरांव, अजीत महतो, धर्मेंद्र गोप, लक्ष्मण बड़ाईक आदि छात्र नेता मौजूद थे.