- एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के बयान पर 3 पूर्व सीएम, 4 सांसद और 2 विधायक के खिलाफ मामला दर्ज
- रघुवर दास, बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा के खिलाफ धुर्वा थाने में दर्ज हुआ मामला
- नेताओं पर कार्यकर्ताओं को उकसाने का आरोप
- प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर फेंके थे पत्थर और बॉटल
Ranchi: भाजपा के सचिवालय घेराव कार्यक्रम के दौरान हुई पत्थरबाजी की घटना को लेकर रांची के धुर्वा थाने में एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट उपेंद्र कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराई है. तीन पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास, अर्जुन मुंडा के अलावा 4 सांसद समेत 41 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट ने अपने बयान में कहा है कि भाजपा के सचिवालय घेराव कार्यक्रम के दौरान विधि व्यवस्था कायम रखने के लिए धुर्वा गोलचक्कर से प्रोजेक्ट भवन- चांदनी चौक और हटिया को जोड़ने वाली सड़क के 200 मीटर के दायरे में 11 अप्रैल को सुबह 8 बजे से रात 11.30 बजे तक धारा-144 लागू थी, लेकिन दोपहर 1.30 बजे भाजपा के करीब 5000 नेता और कार्यकर्ता धारा-144 का उल्लंघन कर सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रभात तारा मैदान से धुर्वा गोलचक्कर पहुंचे. वहां उन लोगों ने बेरिकेटिंग को गिराने की कोशिश की. जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार लाउड स्पीकर से यह जानकारी दे रहे थे कि इस क्षेत्र में धारा 144 लागू है, इसलिए अपना राजनीतिक कार्यक्रम बैरियर से दूर हटकर करें, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता नहीं माने और बैरिकेडिंग उखाड़ने की कोशिश करने लगे और उपद्रवी की तरह व्यवहार करते हुए ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को निशाना बनाकर बोलत और पत्थर फेंकने लगे.
घटना की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के आधार पर चिन्हित किए गये नेता-कार्यकर्ता
एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट ने प्राथमिकी में कहा कि मौके पर मौजूद पुलिस उपद्रवियों को बैरियर तोड़कर प्रोजेक्ट भवन की ओर से जाने से रोकने का हरसंभव प्रयास करती रही. इसी दौरान दोपहर 2 बजे से 2.30 बजे तक भाजपा के नेता और कार्यकर्ता उग्र हो गये. भाजपा कार्यकर्ताओं की तरफ से हो रही पत्थरबाजी में ड्यूटी में तैनात रांची एसडीओ दीपक कुमार दुबे, धुर्वा थाना प्रभारी विमल नंदन सिन्हा, एसआई नारायण सोरेन के अलावा मनीष कुमार, संतोष कुमार शर्मा और अनिल कुमार महतो समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए. इस दौरान रिपोर्टिंग करने वाले कुछ पत्रकार भी घायल हुए हैं. जब उपद्रवी आउट ऑफ कंट्रोल हो गये, तो सीनियर अफसरों के निर्देश पर वाटरकैनन से उन पर पानी की बौछार की गई. इसके बाद फिर भाजपा नेताओं ने भीड़ को उकसाने की कोशिश की. तब रैप के जवानों ने 17 आंसू गैस सेल का प्रयोग किया. स्थिति बिगड़ने पर कम से कम बल का प्रयोग किया गया. घटना की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की माइकिंग की गई है. इसके आधार पर पार्टी के 41 नेताओं और कार्यकर्ताओं को नामजद प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाए.
इनके खिलाफ दर्ज हुई प्राथमिकी
- रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री
- अर्जुन मुंडा, पूर्व मुख्यमंत्री
- बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री
- निशिकांत दुबे, सांसद
- समीर उरांव, सांसद
- संजय सेठ, सांसद
- सुनील कुमार सिंह, सांसद
- अमित मंडल, विधायक
- बिरंची नारायण, विधायक
- आरती कुजूर, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष
- श्यामनंदन ओझा, पांकी
- प्रदीप मुखर्जी, जमशेदपुर
- शत्रुघ्न सिन्हा, पांकी
- अनीता सोरेन, कार्यसमिति सद्स्य
- मुचनुन राय, रांची
- उमेश यादव, रांची
- बिरेंद्र यादव, रांची
- ललित ओझा, महानगर भाजपा अध्यक्ष
- कुलवंत सिंह बंटी, कार्यसमिति सद्स्य
- अशोक कुमार
- रमेश सिंह
- रमेश नाथ तिवारी
- संजीव कुमार सिंह
- ब्रजकांत केसरी
- गुंजन यादव
- अमित कुमार
- विकास कुमार पांडेय
- दिलीप कुमार सिंह
- कुमकुम देवी
- कामेश्वर सिंह
- अमित भैया
- कमलेश राम
- नीलम चौधरी
- साधु मांझी
- विमल मरांडी
- आनंद यादव
- त्रिलोचन कुमार पासवान
- संजू पांडेय
- अमरनाथ कुमार सिंह
- दीपक बड़ाईक
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