Ram murti Pathak
Dhanbad : वासेपुर बुधवार 3 मई की रात एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा. गैंगस्टर फहीम के पुत्र इकबाल खान व उसके सहयोगी ढोलू पर गोलियां बरसाई गई. अस्पताल जाते-जाते ढोलू की मौत हो गई, जबकि इकबाल दुर्गापुर मिशन अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है. वासेपुर का रक्तरंजित इतिहास वर्षों पुराना है. इस इतिहास के नये पन्ने में अब गैंगस्टर मामा-भांजे की दुश्मनी की कहानी भी जुड़ गई है. कभी मामा फहीम और भांजा प्रिंस खान साथ-साथ काम करते थे. समय बदला और अब दोनों एक दूसरे की जान के दुश्मन बन गए हैं.
बढ़ती गई रंजिश,भांजों ने कायम किया अपना साम्राज्य़
रंजिश बढ़ती गई और फहीम के भांजों ने अपना अलग साम्राज्य कायम कर लिया. लाला हत्याकांड के बाद दोनों परिवारो में दुश्मनी और गाढ़ी हो गई. इस हत्या के पलटवार में प्रिंस ने फहीम के करीबी नन्हे की हत्या कर दी और धनबाद छोड़कर फरार हो गया. जानकार बताते हैं कि मामा और भांजे में यह जंग 8- 9 साल से जारी है. गैंगस्टर प्रिंस के तीन भाई नन्हे हत्याकांड में धनबाद जेल में बंद हैं. कई बार फहीम और इकबाल को चिट्ठी के जरिये धमकी दी जा चुकी थी. बुधवार 3 मई की रात इकबाल और ढोलू पर गोली चलने के बाद प्रिंस ने सोशल मीडिया पर पत्र जारी कर इसकी जिमेवारी भी ली है. वारदात के बाद फहीम खान के भाई शेर खान ने कहा कि प्रिंस खान ही बार बार जान मारने की धमकी देता था, यह काम भी उसी का है.
एक को डॉक्टर ने बताया मृत, दूसरे को किया रेफर
बता दें कि बुधवार 3 मई की रात 9.30 बजे वासेपुर मटकुरिया रोड स्थित मंदिर मैदान के सामने इकबाल और ढोलू को गोली मार दी गई. उसके बाद हमलावर भाग निकले. इकबाल गैंगस्टर फहीम खान का बड़ा बेटा है और बबलू उर्फ ढोलू इकबाल का करीबी है. दोनों को दो-दो गोली लगी. ढोलू ने मौके पर ही दम तोड दिया, हालांकि उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे ब्रॉड डेड घोषित कर दिया. असर्फी अस्पताल में डॉक्टर की इस घोषणा के साथ आनन फानन में इकबाल को दुर्गापुर मिशन रेफर कर दिया गया,जहां उसका इलाज जारी है.
सोशल मीडिया पर प्रिंस का पर्चा वायरल
इधर सोशल मीडिया पर प्रिंस का पर्चा वायरल हो रहा है. पर्चे में लिखा है कि हम छोटे सरकार के शूटर मेजर हैं. यह जो घटना फहीम खान के बेटा इकबाल खान उर्फ कनिया के साथ घटी है, इसका कारण व खुद है. क्योंकि उसका भाई साहेबजादा छोटे सरकार को मरवाने के लिए शूटर खोज रहा था. इसलिए छोटे सरकार के आदेश पर इसको कुत्ते की तरह रोड पर मारे हैं. फहीम खान के बेटे का जो भी काम करेगा, उसको हम मारेंगे ही. अगर वह नहीं मिलेगा तो उसके बाप-भाई को मारेंगे. सब लोग उसका साथ छोड़ दो नहीं तो मरने के लिए रेडी रहो. क्योंकि छोटे सरकार का एक ही मकसद है इकबाल खान और उसकी नस्ल को धनबाद से खत्म करना. कान खोलकर बात सुन लो, जो भी इकबाल खान के जनाजा में शामिल होगा, उसके घर वालों का भी जनाजा निकाल देंगे.
बातचीत करने गए अंदर और चलने लगी गोली
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दोनों रोज की तरह वहां बैठे थे. इसी बीच 4 दिन पहले जेल से जमानत पर छूटा नन्हे हत्याकांड का आरोपी शाहिद और उसका साथी आजम वहां पहुंचा. इकबाल ने कहा कि यहां बात नहीं करेंगे, अंदर मंदिर के ग्राउंड में चलो. इकबाल, सोनू और बबलू उर्फ ढोलू तीनों मंदिर के पास गए. अंदर जाते ही दो मिनट के अंदर फायरिंग शुरू हो गई. जबतक लोग कुछ समझ पाते, तब तक लगातार तीन गोलियां चली व आसपास के दुकानदार दुकानें बंद कर वहां से भाग निकले.
महिलाओं ने कहा-हेमंत नहीं, योगी सरकार चाहिए
असर्फी अस्पताल में इकबाल और ढोलू के समर्थकों की भीड़ लगी रही. ढोलू की मौत के बाद परिजनों की चीख से पूरे असर्फी अस्पताल में मातम पसरा रहा. आने जाने वाले लोगों का कहना था कि प्रिंस का ही काम है. क्योंकि कई बार धमकी भी दे चुका है. असर्फी अस्पताल में मृत ढोलू के भाई ने कहा कि कातिल जो भी होगा, उसका हिसाब होगा. दिमाग खराब है, दिमाग स्थिर होगा तो यहीं से स्टार्ट होगा. अब फैसला होगा और जो भी मारा है उसको तो पकड़ना ही चाहिए, बाकी आगे का प्रोसेस तो हम खुद कर लेंगे. मेरे आदमी को यहां से उठने दीजिए, सब कुछ बताएंगे. किसी को मारना यहां तो आम बात हो गई. महिलाओं का कहना था कि हेमंत नहीं, योगी सरकार चाहिए.
प्रिंस खान का करीबी दानिश हिरासत में
इधर घटना के बाद पुलिस ने देर रात वासेपुर के इलाके में छापेमारी की तथा कई लोगों से पूछताछ की है. वासेपुर से कुछ युवकों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है. जांच में जुटे डीएसपी विधि व्यवस्था अरविंद कुमार बिन्हा ने बताया कि गोलीबारी की घटना घटी है. बबलू उर्फ ढोलू की मौत हो गई है, इकबाल को रेफर कर दिया गया है. असर्फी अस्पताल में इकबाल के समर्थकों की भीड़ को देख भारी संक्या में पुलिस भी तैनात रही. डीएसपी अरविंद बिन्हा, बैंक मोड़ और भूली थाना की पुलिस घटना स्थल पर जांच में जुटी रही. पुलिस ने मौके से दो बाइक और एक खोखा बरामद किया है. प्रिंस खान के करीबी दानिश को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है. उससे पूछताछ हो रही है. आजम व शाहिद की भी तलाश हो रही है.
क्या कहते हैं लोग
लोगों का कहना है कि ढोलू से पहले प्रिंस खान के करीबी सरफुल हसन उर्फ लाला और फहीम के नजदीकी महताब आलम उर्फ नन्हे की जान दो गुटों की जंग में चली गई. इस बार प्रिंस खान ने दुस्साहस दिखाते हुए इकबाल पर गोली चलवा दी.
वासेपुर में खूनी संघर्ष का लंबा इतिहास है. फहीम के साले टुन्ना खान की हत्या के बाद से दोनों पक्षों में एलान-ए-जंग है, लेकिन इकबाल को गोली लगने के साथ मामा और भांजों की लड़ाई में नया अध्याय जुड़ गया है. पहली बार इन दोनों की रंजिश में किसी अपने पर गोली चली है. लोगों का कहना है कि अब फहीम खान भी अपने बेटे का बदला जरूर लेगा.
विगत दो वर्षों में चली गोली व हुई हत्या
फरवरी 2021 से दिसंबर 2022 तक 5 हत्याएं हुई. 13 फरवरी 2021को शजादा खान, 12 मई 2021 को लाला खान, 24 नवंबर 2021 को महताब आलम उर्फ नन्हे, 5 दिसंबर 2022 को अजय पासवान, 12 दिसंबर 2022 को शहबाज सिद्धकी उर्फ बबलू की हत्या हुई है. 2023 में मई तक तीन लोगों को मौत के घाट उतारा जा चुका है. 2 फरवरी को रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह,12 अप्रैल को बरवाअड्डा के जमीन कारोबारी राजकुमार साव और अब 3 मई को इकबाल के करीबी बबलू उर्फ ढोलू की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
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