Tandwa(Chatra) : टंडवा स्थित आम्रपाली विस्थापित वाहन मालिक संघ गोलबंद हो गए हैं. संघ की ओर से कहा गया है कि सीसीएल की आम्रपाली कोल परियोजना से विभिन्न ट्रांसपोर्ट कंपनियों द्वारा कोयला ढुलाई का काम किया जा रहा है. मगर इसमें निर्धारित भाड़ा में व्यापक पैमाने पर कटौती कर भुगतान किया जा रहा है. विस्थापित प्रभावित वाहन मालिक संघ के संयोजक आशुतोष मिश्रा ने निराशा जताते हुए इसका कड़ा विरोध किया है. उन्होंने बताया कि आम्रपाली कोल प्रोजेक्ट से कोयला ढुलाई में लगी विभिन्न ट्रांसपोर्ट कंपनियों ने शपथ पत्र के माध्यम से कोयला ढुलाई का भाड़ा निर्धारित किया है. इसके बाद वाहन मालिकों ने अपने ट्रकों से कोयले की ढुलाई शुरू की. परंतु भुगतान के वक्त प्रत्येक खेप में ढाई से तीन हजार रुपए की कटौती कर भुगतान किया गया.
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संयोजक ने यह भी आरोप लगाया कि भाड़ा भुगतान में ट्रांसपोर्ट कंपनियों में एकरुपता नहीं है. जिससे वाहन मालिकों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि वाहन मालिक जब निर्धारित भाड़ा भुगतान की मांग पर ट्रांसपोर्टरों के समक्ष खड़े होते हैं, तो उन पर मुकदमा दर्ज कराया जाता है. संयोजक ने टंडवा एसडीपीओ, पुलिस इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी के अलावा सिमरिया एसडीओ से न्याय की गुहार लगाई है. संघ ने कंपनियों से निर्धारित भाड़ा का भुगतान शपथ पत्र के मुताबिक कराने की मांग प्रशासन से की है. मौके पर अमलेश नारायण दास, आशीष चौधरी, विनोद मंडल, कामेश्वर सिंह, अरविंद कुमार चौधरी, आदित्य वर्मा, शंकर चौधरी, रितेश चौधरी, मुकेश यादव समेत अन्य वाहन मालिक उपस्थित थे.
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