Dhanbad: बलियापुर के प्रधानघंटा पंचायत के बड़ाबांध में 238 परिवारों में 14 सौ की आबादी है.जहां लोगों में कोरोना के प्रति जागरूकता देखी जा रही है. इस गांव से उप स्वास्थ्य केंद्र की दूरी 3 किमी और सीएचसी की दूरी 9 किमी है. वहीं ग्रामीण बीमार होने पर झोलाछाप डॉक्टर के इलाज के भरोसे ही रहते हैं. अप्रैल महीने में गांव के बच्चों और गर्भवती माताओं का टीकाकरण नहीं हुआ है. साथ ही एएनएम या अन्य हेल्थ वर्कर गांव विजिट भी नहीं की हैं. इसके बावजूद यहां संक्रमण से लोग ठीक हुए हैं. अबतक किसी की मौत नहीं हुई है यह बात हैरत में डालती है.
वर्तमान में इस गांव के लोगों में कोरोना से मिलते जुलते लक्षण देखे गए हैं. 60 लोग ऐसे हैं जिन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, बदन दर्द जैसी समस्याएं थीं. उन्होंने बताया कि वे खुद का इलाज करा अब स्वस्थ्य हो चुके हैं. जिसकी बीमारी के इलाज का खर्च लगभग 200 रुपए एक परिवार पर आता है. गांव के लोग कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक हैं. लोग मास्क और शारीरिक दूरी का पालन करते हुए देखे गए. इस गांव के 7 लोग ऐसे है जो बाहर काम करने के लिए गए हुए हैं जो अभी तक नहीं लौटे हैं. गांव में अभी तक 74 लोगों ने कोरोना का पहला टीका वही 3 लोगों ने दूसरा टीका ले लिया है.
सहिया परमिला देवी ने कहा कि गांव में लोग कोरोना के प्रति जागरूक हैं और घर के सामान का ही उपयोग अधिक से अधिक करते हैं. जिससे लोग स्वस्थ रहते हैं. वहीं गांव में अभी तक एक भी बच्चे का जन्म नहीं हुआ है और किसी की मौत भी नहीं हुई है.