Musabani (Sanat Kumar Pani) : मुसाबनी प्रखंड के लाटिया चौक पर बागजांता माइंस सड़क विस्थापित कमेटी का असहयोग आंदोलन 12 वें दिन भी जारी है. रैयतदारों ने हर दिन की भांति शनिवार को भी अपने रैयती जमीन पर घंटों तक डटे रहे. कमेटी के संरक्षक व रैयतदार बुद्धेश्वर मुर्मू ने बताया की आंदोलन शांतिपूर्ण और एकजुटता के साथ चल रहा है. उन्होंने कहा की रैयतों का विगत दिनों तीन सूत्री मांगों को लेकर स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ यूसिल प्रबंधन को भी अवगत कराया गया था. मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर समाधान करने के लिए लिखित आवेदन दिया गया था.
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माइंस के स्थापना वर्ष से ही सहयोग करते आ रहे हैं रैयती
यूसिल के टाल मटोल रवैया और सोची समझी चाल को ग्रामीणों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी अवगत हो चुका है. बुद्धेश्वर मुर्मू ने बताया कि यूसिल प्रबंधन की गलत मंशा बहुत दिनों तक चलने वाला नहीं है. 24 मई की वार्ता का इंतजार कर रहे हैं. इसमें अगर सकारात्मक परिणाम नहीं आते हैं तो बहुत जल्द यूसिल के प्रबंधन के खिलाफ और नया खुलासा किया जाएगा. बुद्धेश्वर मुर्मू ने कहा की हम अपने अधिकार की लड़ाई अपने जमीन में कर रहे हैं. बाकी लोगों को पेट में दर्द नहीं होनी चाहिए. बागजांता यूसिल माइंस के स्थापना वर्ष 2004 से ही रैयती सहयोग करते आ रहे हैं.
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यूसिल के आश्वासन पर रैयतदार उम्मीद लगाए बैठे थे
इतने वर्ष सिर्फ यूसिल के आश्वासन पर ही रैयतदार उम्मीद लगाए बैठे थे. यूसिल के वादा खिलाफी और ढुल -मूल नीति के कारण ही वर्तमान में ये स्थिति बनी हुई है. स्थानीय और आदिवासी बहुल क्षेत्र के लोगों के साथ जिस तरह बर्ताव व उपेक्षा कर रहे हैं. इसको पीएमओ और सीएमडी के साथ साथ जिला के उपायुक्त को भी लिखित सूचना विगत दिनों दे दी गई है. रैयतदारों का कहना है कि रैयती जमीन पर कोई भी व्यक्ति जबरन उपयोग करने का प्रयास करता है तो उसपर कानूनी कार्रवाई के लिए स्थानीय थाना को लिखित आवेदन दिया जाएगा. मौके पर बुद्धेश्वर मुर्मू, दीपक मंडल, सुनील महाली, रमेश महाली, राकेश मुर्मू, भीम महाली आदि उपस्थित थे.