Jamshedpur (Rohit kumar) : टाटानगर स्टेशन पार्किंग में शुक्रवार की रात पार्किंग ठेकेदार नीरज दुबे पर अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. हालांकि, इस घटना में नीरज के कंधे और हाथ में गोलियां लगी. घटना के बाद नीरज को इलाज के लिए टीएमएच में भर्ती कराया गया था. इधर, घटना के बाद नीरज के ममेरे भाई अमन तिवारी के बयान पर टाटानगर रेल थाना में प्राथिमकी दर्ज कराई गई है. अमन के बयान पर विशाल, आशुतोष, राजा पगला समेत पांच को नामजद आरोपी बनाया गया है, जबकि अन्य लोगों पर भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है. फिलहाल नीरज दुबे का टीएमएच में इलाज चल रहा है. उसकी हालत खतरे से बाहर है.
स्टेशन में पानी सप्लाई करने वाले संतोष से हुआ था विवाद
अमन ने पुलिस को बताया कि स्टेशन परिसर में बोतल बंद पानी सप्लाई करने वाले संतोष से नीरज का विवाद हुआ था. विवाद के बाद संतोष ने ही नीरज पर हमला करने का प्लान बनाया था. सूत्रों की माने तो नीरज स्टेशन पार्किंग के अलावा अन्य धंधों पर भी कब्जा जमाना चाहता था. वह पानी सप्लाई के धंधे पर भी शामिल हो रहा था. यह संतोष को रास नहीं आया जिसके बाद दोनों के बीच विवाद हुआ था. सभी आरोपी गणेश सिंह गैंग के सदस्य है. आरोपी राजा हाल ही में टेल्को में रंजित सरदार की हत्या के आरोप में जेल से जमानत पर बाहर आया है.
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रेकी कर दिया घटना को अंजाम
बदमाशों ने रेकी कर घटना को अंजाम दिया. घटना से थोड़ी देर पहले नीरज दुबे आरपीएफ पोस्ट में था. आरपीएफ पोस्ट से निकलकर वह पार्किंग की ओर जा रहा था. इसी बीच बदमाशों ने उसका पीछा किया. मौके का फायदा उठाकर अपराधियों ने नीरज दुबे पर फायरिंग कर दी. घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी पैदल ही मौके से फरार हो गए. इधर, घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें अपराधी घटना को अंजाम देखकर भागते नजर आ रहे है.
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आरपीएफ ने किया फ्लैग मार्च
रेलवे स्टेशन पार्किंग में घटी फायरिंग की घटना के बाद आरपीएफ ने शनिवार की सुबह फ्लैग मार्च किया. इस घटना की गूंज आरपीएफ जोनल मुख्यालय से लेकर रेलवे बोर्ड तक हुई है. बताया जाता है कि खड़गपुर आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट आलोक कुमार शुक्रवार देर रात ही टाटानगर पहुंच गए थे. चक्रधरपुर मंडल मुख्यालय का प्रभार अभी उन्हीं के पास है.