Khunti: खूंटी में महिला स्वयं सहायता समूह के सम्मेलन को संबोधित करते हुए झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाये गये उत्पाद गुणवत्तापूर्ण होते हैं, लेकिन इन्हें अभी भी व्यापक रूप से बाजार उपलब्ध कराने की जरूरत है. कहा कि कार्यक्रम में भारी संख्या में महिलाओं की मौजूदगी झारखंड में महिला सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है. झारखंड की खबरों के लिए यहां क्लिक करें
हमारी जनजातीय बहनें महिला स्वयं सहायता समूह में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं और स्वावलंबी बनने की दिशा में प्रयास कर रही हैं. इन समूहों से जुड़ी बहनों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में परिवर्तन देखा जा रहा है.
झारखंड की महिलाएं अत्यन्त परिश्रमी हैं
राज्यपाल ने कहा कि झारखंड की महिलाएं अत्यन्त परिश्रमी हैं और जागरूक होकर सशक्त होने की दिशा में प्रयास कर रही हैं. वे कृषि और बागवानी गतिविधियों में सक्रिय रूप से पुरुषों के समान भाग लेती हैं. वे मुर्गी पालन, बकरी पालन को भी स्वावलंबन का जरिया बना रही हैं. वे छोटे और लघु उद्योगों से जुड़कर अपनी क्षमताओं का उपयोग कर रही हैं. राज्य के गांवों के भ्रमण के दौरान उन्होंने महिलाओं की प्रतिभा को नजदीक से देखा है. बहनों की मेहनत एवं प्रतिभा को वे सलाम करते हैं.