Chandil (Dilip Kumar) : ईचागढ़ प्रखंड के दो पारा शिक्षकों के बकाए मानदेय भुगतान को लेकर पारा शिक्षक गैर पारा जेटेट सफल अभ्यर्थी संघ का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को उपायुक्त अरवा राजकमल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. दोनों पारा शिक्षकों का मानदेय का भुगतान विद्यालय भवन निर्माण में अनियमितता बरते जाने के मामले में बंद था. इनमें से एक पारा शिक्षक की मृत्यु भी हो चुकी है. ज्ञापन सौंपने के बाद प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे संघ के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल दास ने कहा कि विभाग पूरी तरह से पारा शिक्षकों के प्रति संवेदनहीन हो चुका है. यही कारण है कि जिले के उपायुक्त के समक्ष न्याय की गुहार लगानी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में यथाशीघ्र समाधान नहीं हुआ तो संघ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा.
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दो वर्ष पूर्व हो चुकी है पारा शिक्षक की मृत्यु
कुणाल दास ने कहा कि दिवंगत पारा शिक्षक डोमन चंद्र मांझी की मृत्यु तकरीबन दो वर्ष पूर्व हो गई थी. विद्यालय भवन निर्माण कार्य में अनियमितता को लेकर उनका चार साल से मानदेय बंद था. बाद में वर्ष 2020 में हाईकोर्ट ने विद्यालय भवन निर्माण कार्य पूर्ण होने की स्थिति में दिवंगत पारा शिक्षक के बकाया मानदेय भुगतान का आदेश दिया था. इस संदर्भ में बीआरसी ईचागढ़ की ओर से धरातलीय जांच के उपरांत पत्र भी जारी किया था कि उनके बकाए मानदेय का भुगतान उनकी विधवा सुकुरमनी मांझी को किया जाए. किंतु जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय ने विगत एक वर्ष से उनका भुगतान ठंडे बस्ते में डाल रखा है. ऐसे में एक विधवा महिला सुकुरमनी मांझी के समक्ष जीवन-यापन की समस्या आ खड़ी हुई है. दो बच्चों के साथ गुजारा करना काफी मुश्किल हो रहा है. दूसरी ओर भवन निर्माण कार्य में अनियमितता के ही एक अन्य मामले में पारा शिक्षक अजित कुमार महतो का भी बकाया मानदेय के भुगतान की स्वीकृति बीइइओ ईचागढ़ दे चुके हैं, लेकिन अबतक भुगतान नहीं हो सका है.