कोडरमाः डीवीसी केटीपीएस में बायोमेट्रिक एटेंडेंस का विरोध, मजदूर यूनियनों ने फूंका प्रबंधन का पुतला
Koderma: डीवीसी केटीपीएस बांझेडीह में झारखंड जेनरल मजदूर यूनियन और डीवीसी कामगार यूनियन के नेतृत्व में मशाल जुलूस निकाला. गया. मशाल जुलूस का नेतृत्व ऐक्टू जिला संयोजक विजय पासवान एटक जिला अध्यक्ष विनोद पासवान झारखंड जेनरल मजदूर यूनियन के अध्यक्ष राजेंद्र यादव, उपाध्यक्ष छोटू यादव ने किया. इस मौके पर डीवीसी कामगार यूनियन के अमर परमार, रंजीत भारती ने किया वक्ताओं ने कहा कि डीवीसी केटीपीएस बांझेडीह मेन गेट पर जो बायोमेट्रिक मशीन लगाया जा रहा है. यह सक्सेसफुल नहीं है. इसी प्रकार डीवीसी बोकारो, डीवीसी चंद्रपुरा में इसका विरोध किया जा रहा है. केटीपीएस के मजदूर भी इसका आज मशाल जुलूस निकालकर अपना विरोध दर्ज करते हैं. इस विरोध कार्यक्रम में दिलीप पासवान,रामसुंदर दास,रामचंद्र पासवान, राजकुमार साव, उमाशंकर पासवान,भोला पासवान, उमेश यादव, देवेंद्र यादव,उदय भारती, सुनील रजक, धानेश्वर दास, सुनील सिंह, गुड्डा भुईयां राजकिशोर यादव,सुरेश साव, सुनील भुईयां,अर्जुन यादव,कमलेश पण्डित,विजय राणा,हुलाश दास, राजगीर पासवान,शांति देवी, गीता देवी, पार्वती देवी,रूपीया देवी, सुनीता देवी,कौशीला देवी,झमीया देवी,गौरा देवी शामिल रहे.
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ढिबरा स्क्रैप मजदूर संघ की बैठक,24 जुलाई को समाहरणालय के समक्ष होगा महाधरना
रोजी रोजगार के संकट से जूझ रहे ढिबरा मजदूरों का बढ़ रहा आक्रोश- कृष्णा घटवार
Koderma: ढिबरा स्क्रैप मजदूर संघ की बैठक झुमरीतिलैया में मोदी सेवा सदन में गुरुवार को हुई. अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष कृष्णा सिंह घटवार ने किया, जबकि संचालन आरके सिंह ने किया. बैठक में ढिबरा व्यापार संचालन को लेकर आ रही दिक्कतों और प्रशासनिक कार्रवाई पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया. बैठक में ढिबरा मजदूर और ढिबरा गोदाम संचालन करने वाले लोगों की समस्या पर भी विचार किया गया. ढिबरा व्यापार पर अबतक ठोस नीति नही बनने और को ऑपरेटिव के जरिये ढिबरा व्यापार बढ़ाने की नीति पर प्रशासन और सरकार की सुस्त रवैया का निंदा किया गया. ढिबरा स्क्रैप मजदूर संघ के अध्यक्ष कृष्णा सिंह घटवार ने संबोधित करते हुए कहा कि ढिबरा को लेकर जनता निराश है, रोजी रोजगार के संकट से जूझ रहे ढिबरा मजदूर और व्यापारी काफी आक्रोशित है.
उन्होंने कहा कि सरकार ढिबरा नीति में लीज आबंटन प्रक्रिया को लागू करे, ताकि लीज के जरिये ढिबरा व्यापार का वैध मान्यता मिले. उन्होंने कहा कि गरीबों को कानून का हवाला देकर डराया जाता है और जेल भेजा जाता है. ढिबरा मजदूरों और व्यापारी पर पुलिस प्रशासन का कार्रवाई भुखमरी और बेरोजगारों बढ़ा रही है. कोडरमा में प्रशासन को मानवीय आधार पर रोजी रोजगार से जुड़े मामले पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है. बैठक में 24 जुलाई को ढिबरा के सवाल को लेकर हज़ारो की संख्या में समाहरणालय के समक्ष महाधरना करने का निर्णय लिया गया. महाधरना कार्यक्रम की तैयारी को लेकर सभी प्रखंडो और ढिबरा से जुड़े लोगो के बीच जनसंपर्क अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया. मौके पर मो इस्लाम अंसारी, राजू यादव, राजू सिंह, विपिन राय, संजय यादव, ईश्वरी भुइया, महेंद्र तुरी, मुकेश अगेरी, दिनेश मिर्धा, कलीम अंसारी, रीतलाल सिंह, मधुसूदन सिंह, प्रयाग सिंह, महेंद्र सिंह,बिनोद सिंह आदि मौजूद थे.