पांडेडीह स्थित देव क्लिनिक सह मातृ सदन में डॉक्टर व प्रबंधन के लोग रहे नदारद
Katras/Baghmara : धनबाद के सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा के निर्देशानुसार शनिवार 15 जुलाई को जांच टीम पाण्डेडीह स्थित देव क्लिनिक सह मातृ सदन पहुंची. टीम क्लिनिक में 72 घंटे के अंदर तीन नवजात की मौत के बारे में जांच कर रही है. तीन सदस्यीय टीम टीम का नेतृत्व जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार कर रहे थे. हालांकि क्लिनिक संचालक सह डॉक्टर आदि नदारद दिखे. टीम न मौके पर मौजूद नर्स एवं डॉक्टर के सहयोगियों से विगत दिनों क्लिनिक में तीन नवजात की मृत्यु के सन्दर्भ में आवश्यक पूछताछ की. करीब डेढ़ घंटे तक क्लिनिक में पूछताछ करने के बाद जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने कहा कि जांच के दौरान कोई सक्षम पदाधिकारी नहीं मिला. उन्होंने कहा कि जांच में जो भी बातें सामने आयी है, वह सिविल सर्जन को सुपुर्द किया जाएगा. उन्होंने बिशेष कुछ भी बताने से इंकार किया. टीम में डॉ अंजना कुमारी एवं लिपिक दयानन्द प्रसाद भी शामिल थे.
72 घंटे के अंदर तीन नवजात की हुई थी मौत
बड़ा पाण्डेडीह स्थित देव क्लिनिक में 4 से 7 जुलाई के बीच 72 घंटे के दौरान तीन नवजात की मौत हो गई थी. बच्चों की मौत के बाद उन सभी के परिजनों ने क्लिनिक के चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था. बाघमारा थाना में परिजनों ने लिखित आवेदन भी दिया, जिसे बाद में वापस ले लिया. हालांकि चिकित्सक का कहना था कि क्लिनिक में डिलीवरी गायनो चिकित्सकों की देखरेख में ऑपरेशन के जरिये हुआ था. बच्चों की तबियत बिगड़ने पर उन्हें रेफर किया गया था. उसके बाद उनकी मृत्यु हुई. भुक्तभोगी परिजनों में छाताटांड़ खरियो निवासी नुरेशा खातून, छाता टांड खरियो निवासी भवानी कुमारी एवं डुमरा दास टोला निवासी लक्ष्मी देवी शामिल हैं.