Kolkata : तृणमूल कांग्रेस पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज हिंसाग्रस्त मणिपुर का दौरा करेगा. यह प्रतिनिधिमंडल सभी समूहों व समुदायों से मिलने की कोशिश करेगा तथा पूर्वोत्तर राज्य में सभी पक्षों की बात सुनेगा. यह जानकारी टीएमसी की वरिष्ठ नेता सुष्मिता देव ने बुधवार को दी. कहा कि पार्टी का तृणमूल कांग्रेस का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पिछले सप्ताह जातीय हिंसा से ग्रस्त मणिपुर का दौरा करने वाला था, लेकिन मणिपुर सरकार के अनुरोध के बाद इसे 19 जुलाई तक के लिए स्थगित करने का फैसला किया गया.
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Today, a delegation of five MPs will reach out to the people in Manipur and hear their issues.
Our aim is to put in our best efforts to restore peace in the violence-stricken area and be the voice of the people.
While PM @narendramodi remains SILENT, Hon’ble CM Smt… pic.twitter.com/qRC4o4VuG7
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) July 19, 2023
सुष्मिता देव ने एक वीडियो संदेश जारी किया
देव ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने पहली बार जून में केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि वह मणिपुर का दौरा करना चाहती हैं. पत्र प्राप्ति की सूचना के अलावा उन्हें कोई जवाब नहीं मिला था. पांच सदस्यों का यह प्रतिनिधिमंडल सभी समूहों से मिलने की कोशिश करेगा और समुदायों और घाटी एवं पर्वतीय क्षेत्रों में सभी पक्षों को सुनेगा.
पीएम मणिपुर में इस कठिन समय के दौरान चुप रहे
तृणमूल कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन, राज्यसभा सदस्य डोला सेन, सुष्मिता देव और लोकसभा सदस्य काकोली घोष दास्तीदार एवं कल्याण बनर्जी शामिल होंगे. तृणमूल कांग्रेस आरोप लगाती रही है कि केंद्र और मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकारों की विभाजनकारी नीतियों के कारण जातीय संघर्ष हुआ है. उन्होंने कहा, ‘हमने मणिपुर सरकार से सहयोग मांगा है और राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है. हमें यह देखकर बहुत दुख हुआ कि प्रधानमंत्री मणिपुर में इस कठिन समय के दौरान चुप रहे. हमें आशा है कि मणिपुर में शांति वापस आयेगी.