परियोजना प्रमुख अंजनी कुमार दुबे ने किया उद्घाटन, सिस्टम के फायदे गिनाए
Maithon : डीवीसी मैथन हाइडल पावर स्टेशन में 25 जुलाई मंगलवार को कैजुअल मजदूरों के लिए श्रम सूचना प्रबंधन प्रणाली (सीएलआईएमएफ) एक्सेस वे के तहत एक स्पर्श रहित चेहरा पहचान बायोमीट्रिक प्रणाली शुरू हो गई. बायोमीट्रिक सिस्टम का उद्घाटन परियोजना प्रमुख अंजनी कुमार दुबे ने किया. उन्होंने कहा कि कैजुअल मजदूरों के लिए संयंत्र तक सुगम पहुंच के लिए यह सिस्टम मील का पत्थर साबित होगा. फिलहाल इसे ट्रायल के लिए लगाया गया है. पूरी तरह . त्रुटिहीन होने के बाद इसे स्थायी रूप से लागू किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि यह सिस्टम डीवीसी के दुर्गापुर एवं मेजिया में लग चुका है. इससे कैजुअल मजदूरों के भुगतान की प्रक्रिया पूरी तरह सरल एवं पारदर्शी हो जाएगी. मजदूरों का आर्थिक शोषण भी बंद हो जाएगा. उनके काम के हिसाब से उन्हें भुगतान प्राप्त होगा. परियोजना प्रमुख ने सिस्टम लागू करने के लिए एचआर, असैनिक, संचार, विद्युत विभाग एवं आईटी सेल को धन्यवाद दिया. इससे पूर्व डीजीएम अनूप पुरकायस्थ ने इस प्रणाली के संबंध में विस्तार से प्रकाश डाला.
समारोह का संचालन सहायक प्रबंधक तापस राय ने किया. उन्होंने परियोजना प्रमुख सहित उपस्थित अधिकारियों को कंट्रोल रूम में इस प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी. मौके पर मुख्य अभियंता संजीत सिन्हा, अनिल झा, मधुकांत झा, जयंत बनर्जी, रामस्नेह शर्मा, उप मुख्य अभियंता संजय कुमार, तपन मंडल, सुजीत कुमार, सीआईएसएफ के उप समादेष्टा अनिल कुमार, प्रबंधक परविन्द कुमार, श्यामली कुमारी सहित कई पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे.
[wpse_comments_template]