पिछले वर्ष के मुकाबले 10 प्रतिशत अधिक 41 मिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य
Dhanbad: बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता ने शुक्रवार 4 अगस्त को संवाददाताओं के समक्ष कंपनी की उपलब्धियां गिनाई. कोयला भवन में प्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बीसीसीएल कोल माइनिंग के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. इस साल 41 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य है, जो पिछले साल के मुकाबले 10 प्रतिशत अधिक है. अगले वित्तीय वर्ष यह लक्ष्य बढ़कर 50 मिलियन टन हो जाएगा. एमडी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण, सुरक्षित माइनिंग, स्वच्छता, सौर ऊर्जा और सीएसआर स्कीम पर भी काम कर रहे हैं.
उन्होंने मीडिया के प्रति असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि यदि हमारे काम में कोई कमी है या कार्य क्षेत्र में कुछ गलत हो रहा है तो आईना दिखाने का काम होना चाहिए, लेकिन उसमें सच्चाई भी होनी चाहिए. ज्ञात हो कि बीसीसीएल के पर्सनल सेक्शन का ऑडियो वायरल होने के बाद मीडिया में छपी खबरों पर सीएमडी नाराजगी जाहिर कर रहे थे.
ग्लोबल माइनिंग का बीसीसीएल पर कोई असर नहीं
सीएमडी ने कहा कि पूरी दुनिया में कोयले का रेट गिर रहा है. इससे कोल कंपनियां घाटे में चल रही हैं. एक सवाल के जवाब में सीएमडी ने कहा कि बीसीसीएल पर कोई असर नहीं पड़नेवाला है. बीसीसीएल देश में बेस्ट कोकिंग कोल के उत्पादन के लिए जाना जाता है. हमारे कोयले का रेट बाजार के हिसाब से पहले ही 50 प्रतिशत सस्ता है इसलिए डिमांड भी बढ़ रही है. स्टील प्लांट के साथ अब पावर प्लांट में भी कोयला सेल कर रहे हैं. माइनिंग एरिया में रेलवे साइडिंग का विस्तार किया जा रहा है. इसके अलावा रोपवे से स्टील प्लांट में कोयला पहुंचाने की योजना पर काम चल रहा है, जो इसी साल शुरू भी कर दिया जाएगा.
सीएसआर स्कीम के तहत गतिविधियों की दी जानकारी
सीएसआर स्कीम के तहत बीसी सीएल में 600 युवाओं को अप्रेंटिस कराया जा चुका है. 200 को अभी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके अलावा सीपेट रांची में 180 को प्लास्टिक उद्योग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं और बच्चों को 50 अलग अलग स्किल की ट्रेनिंग दी जा रही है. ताकि जो बच्चे इंजीनियर, डाक्टर नहीं बन सकते हैं, उन्हें स्किल के जरिए काम के लायक बनाया जा सके. स्कीम के तहत प्रशिक्षण पाने वाले 80 प्रतिशत बच्चे देश के अलग अलग राज्यों में जॉब कर रहे हैं.
नई तकनीक पर दिया जा रहा है जोर
सीएमडी ने कहा कि सर्फेस से सीधे कोयला निकालने के लिए 1 करोड़ की नई मशीन खरीदारी की योजना है. टेंडर निकाला जा चुका है. एक होल के माध्यम से यह गैलेरी से सीधे कोयला निकालेगी. इसी साल अक्तूबर से काम शुरू हो जाएगा. इसमें न ओपन माइंस की जरूरत पड़ेगी और न ही अंडर ग्राउंड की जरूरत है. इससे कोयला का उत्पादन थोड़ा कम होगा, लेकिन सेफ माइनिंग होगी. पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा.
कोयला चोरी रोकने के उपाय भी गिनाए
नगर निगम को कचरा डंप करने के लिए जमीन उपलब्ध कराने के सवाल पर सीएमडी ने कहा बनियाहीर में जमीन कंपनी की है. वहां ओबी गिरा रहे हैं तो कुछ गलत नहीं है. निगम को कहां जमीन देंगे, अभी तय नहीं किया है. कोयला चोरी रोकने के लिए हाईमास्ट लाइट की संख्या बढ़ाई जा रही है. सीआईएसएफ का पावर भी बढ़ाया गया है. नियोजन के मुद्दे पर कहा कि मृत कर्मियों के आश्रित और जिसकी जमीन लेते हैं, उन्हें नियोजन का लाभ दिया जा रहा है. 478 पुरानी फाइल का निपटारा किया जा चुका है. पर्सनल सेक्शन में ऑडियो वायरल होने के मुद्दे पर कहा कि अभी तक किसी ने गलत तरीके से किसी को नोकरी देने की शिकायत नहीं की. जब शिकायत आएगी तो जांच के बाद दोषी लोगों पर कार्रवाई भी होगी. पुरानी वाशरी के संबंध में कहा कि दुगदा, मुनीडीह वाशरी का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. नई वाशरी में भी उत्पादन बढ़ाने का काम चल रहा है.