Ranchi : राज्य सरकार ग्रामीण इलाके के पालतू पशुओं के इलाज के लिए मोबाइल वेटनरी सेवा शुरू करने जा रही है. सरकार इसके लिए 236 एंबुलेंस खरीदने की योजना पर काम कर रही है. मोबाइल वेटनरी सेवा के लिए सरकार जल्द ही एक हेल्पलाइन नंबर जारी करेगी. इससे पूर्व कृषि विभाग ने गौ मुक्तिधाम, पालतू पशुओं के रेस्क्यू ह्वैकिल का कार्य कर रही है. विभाग की ओर से अब सभी प्रखंड मुख्यालय में मोबाइल वेटनरी सेवा का संचालन करने की तैयारी की जा रही है. इस कार्य के लिए ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज का चयन किया गया है. इसके लिए विभागीय मंत्री बादल की मौजूदगी में गुरुवार को नेपाल हाउस में झारखंड स्टेट इंप्लीमेंटिंग एजेंसी फॉर कैटल एंड बफैलो डेवलपमेंट, रांची के सीईओ प्रवीण झा और ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के निदेशक के कृष्णम राजू के बीच हुए एमओयू किया गया.
किसानों और उनके पशुओं को लाभ मिलेगा – मंत्री बादल
मौके पर कृषि मंत्री बादल ने कहा कि ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज द्वारा इस योजना के तहत पशु शल्य चिकित्सक, पैरावेट, ड्राइवर सहित आधुनिक सुविधाओं से लैस 236 एबुलेंस कार्यरत रहेंगे. इससे राज्य के किसानों और उनके पशुओं को तो लाभ मिलेगा ही, साथ ही साथ पशु शल्य चिकित्सक, पैरावेट, ड्राइवर की नियुक्ति से रोजगार के भी अवसर मिलेंगे.
टॉल फ्री नंबर जारी किया जाएगा- सचिव
कृषि एवं पशुपालन विभाग के सचिव अबू बकर सिद्दीकी ने कहा कि पशुचिकित्सक किसानों के घर पर पहुंच कर उनके पालतू पशुओं का इलाज करेंगे. साथ ही जो टॉल फ्री नंबर जारी किया जाएगा, उस पर कॉल आने के आधे घंटे के अंदर एंबुलेंस किसानों के घरों पर जा कर पशुओं का इलाज करेगा. इस कार्य के लिए सेंट्रलाइज्ड कॉल सेंटर बने होंगे. साथ ही प्रत्येक प्रखंड में एक एंबुलेंस उपलब्ध रहेगा.
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