बेंगाबाद थानेदार व एक एसआई लाइन क्लोज, होगी न्यायिक जांच
Bengabad : माँ की हत्या के जुर्म में हिरासत में लिए गए पुत्र की मौत 20 अगस्त की रात बेंगाबाद पुलिस हिरासत में हो गई. मृतक 55 वर्षीय नागों पासी बेंगाबाद थाना क्षेत्र के महुआर निवासी था. घटना के बाद एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बेंगाबाद थाना प्रभारी शशि सिंह व एसआई मिथुन रजक को लाइन हाजिर कर दिया है. वहीं न्यायिक टीम गठित कर पूरे मामले की जांच कराने की बात कही गई है. नोडल पदाधिकारी-सह-डीएसपी संजय राणा ने बताया कि एसपी ने न्यायिक जाँच के लिए जिला जज व उपायुक्त को पत्र लिखा है. दूसरी ओर शव के पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है. डीएसपी ने कहा कि मामले की जांच में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के गाइड लाइन का पालन किया जाएगा.
नागों पासी ने स्वीकार ली थी हत्या की बात
बताया गया कि हिरासत में लेने के बाद पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया था और उसकी निशानदेही पर उसके घर से हत्या में प्रयुक्त खून लगी कुल्हाड़ी व गंजी बरामद किया गया है. डीएसपी संजय राणा ने बताया कि चूंकि आरोपी हृदय रोग से ग्रसित था और उसके पेट का ऑपेरशन भी हुआ था. वह नियमित शराब का सेवन करता था. बताया कि गिरफ्तारी के समय भागने के क्रम में गिरने से आरोपी को चोट भी लगी थी. पुलिस हिरासत में आने के बाद हत्यारोपी को मानसिक आघात पहुंचा और रविवार की रात उसकी तबियत बिगड़ गई. बेंगाबाद पुलिस ने फौरन उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई. डीएसपी ने कहा कि हत्यारोपी की मौत हृदय गति रुकने या अन्य कारणों से हो सकती है. इस संबंध मृतक के बेटे पिंटू पासी ने अपने पिता की बीमारी व मौत से संबंधित आवेदन बेंगाबाद थाने में दिया है. उसके आवेदन के आधार पर यूडी केस दर्ज किया गया है.
मां की हत्या के आरोप में पकड़ा गया था नागों पासी
बता दें कि 19 अगस्त की रात बेंगाबाद थाना क्षेत्र के महुआर स्थित छताबाद में 85 वर्षीय वृद्ध महिला अनपी देवी की हत्या कुल्हाड़ी से वार कर कर दी गई थी. हत्या के बाद उक्त महिला के छोटे बेटे चंद्रबोस पासी ने अपने भाई नागों पासी पर माँ की हत्या का आरोप लगाते हुए 20 अगस्त को थाने में आवेदन दिया था. आवेदन मिलने के बाद थाने में भादंवि की धारा 302, 201 के तहत कांड अंकित कर बेंगाबाद पुलिस ने 20 अगस्त की शाम नागों पांसी को हिरासत में लिया था. बताया गया कि आरोपी ने संपति के कारण नशे की हालत में अपनी माँ की हत्या कर दी. आरोपी की मां अपने अन्य बेटों को छोड़ कर उसके साथ ही रहती थी. इसलिए आरोपी अपने माँ से सारी संपत्ति अपने नाम करने के लिए कहता था. मां ने संपति उसके नाम नहीं की तो वह गुस्से में था. आरोप है कि इसी गुस्से में उसने मां की हत्या कर दी.
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