इलाज़ के अभाव में एमपीएल सुरक्षाकर्मी की मौत के बाद शव के साथ धरना पर बैठे थे परिजन
Nirsa : निरसा एमपीएल में हाइवा परिवहन के लिए सड़क सुरक्षा में कार्यरत सुरक्षाकर्मी उपेंद्र भुइंया की मौत इलाज़ में कमी के कारण शुक्रवार 8 सितंबर को हो गई. जिसके बाद परिजनों ने देर शाम शव को सेंट्रल पुल मोड़ समीप रख मुआवजे व नियोजन की मांग को लेकर एमपीएल की ट्रांसपोर्टिंग बंद कर धरने पर बैठ गए. पूरी रात परिजन धरना पर बैठे रहे. शनिवार 9 सितंबर की दोपहर काफी मान मनौव्वल के बाद ट्रांसपोर्टर द्वारा एक लाख रुपया देने और आगे अन्य सुविधा दिलवाने का आश्वासन दिये जाने के बाद परिजन माने. एक लाख रूपये मुआवज़ा देने के बाद परिजनों ने शव को हटाया.
बतातें चले कि खुदिया फाटक तीन नंबर निवासी उपेंद्र भूइंया एमपीएल के छाई और कोयला परिवहन में लगे हाइवा के सड़क सुरक्षा कर्मी के रूप मे कार्यरत थे. 15 दिन पूर्व कार्य से घर लौटने के दौरान हाइवा के पहिया से पत्थर छिटक कर उसके पैर मे चोट लगी गयी थी. जिससे उसका पैर बुरी तरह से जख्मी हो गया था. गरीबी के कारण उचित उपचार नहीं हो पाया. ना ही एमपीएल और ना ही ट्रांसपोर्टरों की तरफ से कोई सहयोग मिला. जिसके कारण शुक्रवार 8 सितंबर की दोपहर आवास मे ही उसकी मौत हो गई.
मृतक के परिजनों का कहना था कि एक सप्ताह पूर्व एमपीएल के अधीन कार्यरत कर्मी की मौत पर जब प्रबंधन उसके परिजन को 15 लाख मुआवजा और नियोजन दे सकता है तो उन्हें क्यों नही ? इसका लाभ मुझे भी मिलना चाहिए.